नयी दिल्ली : देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा क्षेत्र के लिए बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत अहम घोषणा करते हुए 101 ऐसे रक्षा उपकरणों की सूची पेश कि जिनका आयात रोका जाएगा। यह रक्षा उपकरण अब देश में बनाए जाएंगे और सेना इन्हें खरीदेगी। हालांकि इस 101 रक्षा उपकरणों की सूची 2020 से लेकर 2024 के बीच लागू होगी। जैसे-जैसे इन रक्षा उपकरणों का निर्माण देश में होने लगेगा, इन उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लागू होता जाएगा। इससे पहले आज रक्षा मंत्रालय कार्यालय ने ट्वीट कर बताया था कि, ‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज 10:00 बजे महत्वपूर्ण ऐलान करेंगे। ‘रक्षा मंत्री की इस घोषणा से आत्मनिर्भर भारत अभियान को बड़ा बूस्ट मिलेगा।
4 लाख करोड़ रुपये के आर्डर होंगे जारी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि रक्षा क्षेत्र में घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए यह लिस्ट बनाई गई है। उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने जो लिस्ट बनाई है वह सेना, पब्लिक और प्राइवेट इंडस्ट्री से वार्ता के बाद तैयार हुई है। रक्षा मंत्री के मुताबिक, ऐसे उत्पादों की करीब 260 योजनाओं के लिए तीनों सेनाओं ने अप्रैल 2015 से अगस्त 2020 के बीच लगभग साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये के ठेके दिए थे। लेकिन अब अगले 6 से 7 सालों में देश की इंडस्ट्री को लगभग 4 लाख करोड़ रुपये का ऑर्डर दिया जाएगा।
इन सूची में क्या-क्या
रक्षा मंत्री ने बताया कि इन 101 वस्तुओं में सिर्फ आसान वस्तुएं ही शामिल नहीं हैं, बल्कि कुछ उच्च तकनीक वाले हथियार सिस्टम भी हैं। जैसे आर्टिलरी गन, असॉल्ट राइफलें, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, एसीएस, रडार और कई अन्य आइटम हैं, जो हमारी रक्षा सेवाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए हैं। इनका अब निमार्ण देश में ही किया जाएगा।
चीन से चल रहा है तनाव
पिछले लंबे समय से भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर तनातनी चल रही है। सैनिकों को पीछे करने की प्रक्रिया के तहत दोनों पक्षों के बीच लगातार बातचीत जारी रही है। इसी सिलसिले में शनिवार को दोनों देशों के सेनाओं के बीच दौलतबेग ओल्डी में मेजर जनरल स्तर की बातचीत हुई जिसमें टकराव टालने के उपायों पर चर्चा हुई। सेना की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है लेकिन सूत्रों ने सकारात्मक प्रगति होने का दावा किया है।