राजन सिंह / बहरागोड़ा : विधानसभा चुनाव 2019 की आहट से बहरागोड़ा विधानसभा में राजनीतिक गर्माहट बढ़ गई है। सर्वाधिक गर्माहट भाजपा में है। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर हर किसी की जुबां पर एक सवाल तैर रहा है कि भाजपा का उम्मीदवार कौन होगा? पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी या समीर महंती उम्मीदवार होंगे या फिर कोई तीसरा बाजी मार ले जाएगा। इस यक्ष प्रश्न का सवाल हर कोई एक-दूसरे से पूछ रहा है। इस मसले को लेकर भाजपा खेमे में भी तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। वैसे डॉक्टर गोस्वामी और समीर महंती खेमा के समर्थक यह दावा कर रहे हैं कि उनके नेता को ही पार्टी उम्मीदवार बनाएगी।
विदित हो कि विधानसभा चुनाव 2014 में कुणाल षाड़ंगी झामुमो के, डॉ गोस्वामी भाजपा के और समीर महंती झारखंड विकास मोर्चा के उम्मीदवार थे। कुणाल षाड़ंगी को 57973 और डॉक्टर गोस्वामी को 42 618 मत मिले थे। समीर महंती को लगभग 42300 मत मत मिले थे। अब स्थिति यह है कि समीर महंती भी भाजपा में शामिल हैं और भाजपा से अपनी उम्मीदवारी के लिए हाथ पांव मार रहे हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद समीर महंती लगातार क्षेत्र का दौरा किया। विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन कर अपने प्रभाव का विस्तार किया। इधर, डॉ दिनेशानंद गोस्वामी ने पिछले विधानसभा चुनाव की पराजय से सीख ले कर एक अलग अंदाज में राजनीति शुरू की है। उन्होंने बहरागोड़ा में अपना डेरा डाल दिया और गांव का लगातार दौरा का अपनी एक पहचान कायम कर ली है। डॉक्टर गोस्वामी सामूहिक विवाह और सम्मान समारोह जैसे कार्यक्रमों के आयोजन से सुर्खियों में आए और उनकी लोकप्रियता बढ़ी। लिहाजा, डॉक्टर गोस्वामी और समीर महंती अपने-अपने अंदाज में अपना प्रभाव कायम कर भाजपा से उम्मीदवार बनने की कवायद में जुटे हैं। इधर, झामुमो विधायक कुणाल षाड़ंगी को लेकर राजनीतिक गर्माहट परवान पर है। श्री षाड़ंगी भाजपा में शामिल होंगे, की अटकलें तेज हो गई हैं। वैसे, श्री षाड़ंगी इसे महज अफवाह करार दे रहे हैं। परंतु राजनीतिक परिस्थितियां इस बात का गवाह दे रही हैं कि कोई खिचड़ी जरूर पक रही है। बहरहाल, बहरागोड़ा की राजनीतिक क्षितिज पर एक अहम सवाल तैर रहा है कि इस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा से डॉ गोस्वामी या समीर महंती उम्मीदवार होंगे या फिर कोई तीसरा ही बाजी मार ले जाएगा?