jamshedpur bahragoda ex mla kunal sharangi – बहरागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी 18 फरवरी से शुरू करेंगे बहरागोड़ा के पंचायतों का दौरा, कुणाल ने कहा-वे बहरागोड़ा के जन्में,वहीं उनकी कर्मभूमि, हमने विधानसभा क्षेत्र के लोगों का मान बढ़ाया था, समीर ने घटा दिया बहरागोड़ा का सम्मान, देखिये-video

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जमशेदपुर/चाकुलिया : पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी ने बहरागोड़ा में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि झामुमो विधायक समीर मोहंती के तीन वर्ष के कार्यकाल में क्षेत्र में विकास नही भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला है. बहरागोड़ा के पूर्व विधायक सह भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी ने गुरुवार को अपने कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि बीते विधानसभा चुनाव में क्षेत्र की जनता ने जो परिणाम दिया, वह लोकतंत्र का हिस्सा है, जिसको उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया और काम करने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि विगत दो वर्ष करोना संक्रमण का काल होने के कारण कार्यक्रम से दूर रहें. उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक होने के कारण उनकी राजनीतिक और नैतिक, जिम्मेदारी है कि बीते तीन साल में वर्तमान विधायक द्वारा किए गए कार्यो का आकलन करें और जनता से भी पूछे कि वे उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने में कितने सफल हुए हैं. उन्होंने कहा कि बहरागोड़ा विधानसभा की जनता ने उन्हें पहचान दी है. (नीचे देखे पूरी खबर)

उसकी बदौलत उन्होंने अपने विधायक कालखंड में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर इस विधानसभा क्षेत्र का मान बढ़ाया था, लेकिन अभी के विधायक बहरागोड़ा विधानसभा को गौतस्करी, टेंडर मैनेज करते पकड़ा जाना, ओवरलोंडिंग गाड़ियों को पकड़ाने या छुड़ाने के खेल के लिए पहचान बना दी है. उन्होंने कहा कि उनके (कुणाल षाड़ंगी) के खिलाफ यह अफवाह उड़ाने की कोशिश की गयी कि वे एरिया को छोड़ दिये है. बहरागोड़ा की जनता ने वोट देकर समीर मोहंती को जीताया. उनको काम करने का मौका दिया गया. दो साल कोरोना में गया. उससे अतिरिक्त एक साल और समय दिया गया, लेकिन किसी तरह का कोई काम नहीं हुआ. अब वे खुद पंचायतों का भ्रमण करेंगे. उन्होंने कहा कि आज उनकी जो भी पहचान है, वह बहरागोड़ा की जनता की बदौलत है. (नीचे देखे पूरी खबर)

बहरागोड़ा के जन्मे है. पूरे जिले के लिए हम काम करते है, लेकिन हकीकत यह है कि हम बहरागोड़ा की माटी से जन्में है और वहीं मेरी कर्मभूमि रही है और आगे भी काम करते रहेंगे. 18 फरवरी यानी शिवरात्रि के पावन अवसर से वे हर सप्ताह दो पंचायत जायेंगे. उन्होंने बताया कि एकलव्य विद्यालय शुरू करने के लिए उन्होंने काम किया था, लेकिन वर्तमान विधायक इसको शुरू नहीं करा पाये. धालभूमगढ़ का कस्तुरबा विद्यालय को चालू नहीं करा पाये. स्कूलों में टीचर नहीं है. सीएससी में डॉक्टर नहीं है. ब्लॉक में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है. लूट मचा हुआ है. विधायक के शह पर गुंडागर्दी मची हुई है. अब जनता के बीच वे जाकर पूछेंगे कि देखिये तीन साल में क्या से क्या आपके विधानसभा क्षेत्र का हो गया.

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