जमशेदपुर : भाजपा के झारखंड प्रदेश किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता विजय तिवारी ने रामेश्वर उरांव द्वारा बिहारी और मारवाड़ी पर की गई टिप्पणी की घोर निंदा की हैं. लगता हैं कि कांग्रेस और उसके नेताओं का एक ही काम रह गया हैं, वो जात-पात, धर्म और प्रांत के नाम पर देश के नागरिकों में नफ़रत फैलाकर अपनी राजनैतिक रोटी सेंकना. दिल्ली में इनके नेताओं द्वारा छद्म किसान आंदोलन को शह देकर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को प्रोत्साहित कर रहें हैं, जिसका नज़ारा 26 जनवरी को पूरा देश देखा कि किस तरह देश को जलाने का कुत्सित प्रयास किया गया. अब रामेश्वर उरांव द्वारा इस तरह बेतुका बयान देकर झारखंड की शांति भंग करना चाह रहे हैं. रामेश्वर उरांव भूल गए हैं कि किसी भी प्रांत में सभी देशवासियों को रहने का, नौकरी करने या व्यापार करने का संवैधानिक अधिकार है, फ़िर इस तरह का बयान देना उनकी नफ़रत भरी मानसिकता को दर्शाता है. मारवाड़ी सबसे बड़ा आयकर दाता और रोजगार दाता हैं तो बिहारी अपनी बुद्धिमत्ता और मेहनतकस होने के कारण जाने जाते हैं. देश के किसी भी राज्य की उन्नति में इन दोनों का अतुल्यनीय योगदान हैं. झारखंड के निवासी चाहे आदिवासी, बंगाली, बिहारी, मारवाड़ी, गुजराती, उड़ीयावासी, मराठी, तेलंगी, मद्रासी हो या अन्य किसी प्रांत के हम सब भाई हैं और सबसे पहले भारतवासी हैं. रामेश्वर उरांव को चेतावनी दी जा जाती हैं कि वो बिहारी और मारवाड़ी समाज से लिखित माफी मांगे नहीं तो उनके खिलाफ जोरदार आंदोलन किया जाएगा. (नीचे पढ़े भाजपा के महामंत्री क्या बोल रहे है)
मारवाड़ी को किसी के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं-अनिल मोदी
अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच जमशेदपुर शाखा के पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा के जिला महामंत्री अनिल मोदी ने झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरॉव द्वारा मारवाड़ियों एवं बिहारियों के संदर्भ में दिए गए आपत्तिजनक बयान की निंदा की है।उन्होनें कहा कि भारत एक गणतंत्र देश है।और हर एक भारतीय को देश के किसी भी हिस्से में रहने की आज़ादी है।उन्होंने कहा कि यहां मारवाड़ी झारखंड अलग होने के बाद नहीं आये बल्कि सदियों से यहीं रहते है।कई लोग तो कई पीढ़ियों से झारखंड में ही निवास कर रहें है।मारवाड़ियों नें झारखंड की धरती को तन मन धन से सींचा है।एक झारखंड वासी होनें के नाते हर कर्तव्य का निर्वहन मारवाड़ियों नें किया है।दुमका के सुदूर गावों से लेकर जमशेदपुर के शहरी क्षेत्रों तक हर चप्पे पर मारवाड़ियों की समाज सेवा के निशान है।उन्होनें कहा कि मारवाड़ी समाज को किसी के प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है।उन्होनें कहा कि मंत्री जी के इस बयान से समाज के लोगों को मानसिक आघात पहुंचा है।उन्होंने कहा कि मंत्री को अविलंब अपनें बयान पर समाज से माफी मांगनी चहिये।वरना ऐसे गैर जिम्मेदार नेताओं को उनकी औकात बतानें की कूवत भी मारवाड़ी समाज में है।