जमशेदपुर : जमशेदपुर के भाजपा के दो बड़े नेता भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी और भाजपा के जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो ने दो अलग-अलग प्रेस रिलीज जारी किया. इन दोनों ने बताया कि उनकी पहल पर बागबेड़ा के हरहरगुट्टू निवासी जोगिंदर रजक का शव को टीएमएच से रिलीज किया गया क्योंकि उनके इलाज के खर्च का पैसे देने का जुगाड़ नहीं हो रहा था. इसको लेकर दोनों ने अलग-अलग प्रेस रिलीज जारी किया और कहा कि उन लोगों ने मदद की है.
सांसद की ओर से भाजपा के नेताओं की रिलीज :
भाजपा के जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने पहल करते हुए टीएमएच ने पुनः दो मरीजों का बिल माफ कराया. एक का शव अपने एम्बुलेंस से घर भेजवाए. वहीं दूसरे को परिजनों के साथ घर भेजवाए. बागबेड़ा के हरहरगुट्टू निवासी के जोगिंदर रजक को गंभीर अवस्था मे उनके परिजनों द्वारा टीएमएच् में भर्ती कराया गया था. लंबे इलाज के क्रम में उनका देहांत हो गया था, समय-समय पर राशि जमा करने के बाद भी बकाया राशि 35 हजार रुपये जमा ना कर पाने के कारण अस्पताल प्रबंधन जोगिंदर रजक का शव परिजनों को सौंप नही रह था. उनका बिल माफ कराया और फिर शव को घर भेजवाया, जिसके बाद अंतिम संस्कार हो पाया. इसी तरह सोनारी निवासी एक निर्धन का नवजात विराज कर्मकार का इलाज टीएमएच् में चल रहा है. इलाज का 75 हजार रुपये की राशि बकाया रहने के कारण स्वास्थ्य लाभ करने के बावजूद अपने घर नही जा पा रहा है. इसके बाद दोनों ही मरीजों की मदद हेतु वनवासी कल्याण केंद्र के जिला संयोजक रामनाथ सिंह सहित अन्य समाजसेवियों ने सांसद विद्युत वरण महतो को जानकारी दी. सांसद श्री महतो ने त्वरित पहल करते हुए अस्पताल प्रबंधन से दूरभाष पर बात कर और पत्राचार कर दोनो ही मरीजों का बकाया राशि माफ कर उन्हें मुक्त करने की अपील की. साथ ही अपने स्वास्थ्य प्रभारी नंद किशोर शर्मा को ताकीद की कि दोनों मरीजों के परिजनों को यथासंभव सहायता कर मरीजों को घर भेजें. वैश्विक महामारी कोरोना के कारण जहां सभी भयभीत है वहीं सांसद और उनके स्वास्थ्य प्रभारी जनहित को पहली प्राथमिकता देते हुए हर क्षण जनता की सेवा को तत्पर है.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी का प्रेस रिलीज :
पिछले कुछ दिन पहले बागबेड़ा, जमशेदपुर निवासी योगेंद्र रजक को बेहतर इलाज के लिए उनके परिवार द्वारा टीएमएच में दाखिला कराया गया था. इलाज के दौरान टीएमएच में ही कल उनकी मृत्यु हो गई. इस कोरोना काल मे परिवार द्वारा काफी प्रयासों के बाद टीएमएच में 10 हजार रुपया जमा किया गया था तथा बाकी के 26 हजार रुपया परिवार से किसी भी हालात में बंदोबस्त नही हो पा रहा था कि बकाया रकम जमा कर मृत शरीर को अंतिम संस्कार के लिए घर ले जा सके. तब इसकी जानकारी परिवार द्वारा कुणाल षाड़ंगी को दिया गया तथा उनसे मदद के लिए आग्रह किया गया. कुणाल ने सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए टीएमएच प्रबंधन से वार्ता कर आग्रह किया और बाकि के 26 हजार रुपया माफ कराकर मृतक शरीर को परिवार के सुपुर्द करवाया. परिवार वालों ने कुणाल षडंगी का शुक्रिया अदा किया है.