जमशेदपुर : भारतीय जनता पार्टी के जमशेदपुर महानगर कमेटी विस्तार के साथ ही विरोध तेज़ हो गई है. इसके साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच खेमेबाजी और अंतर्कलह अब सतह पर दिखने लगा है. भाजपाई अब सोशल मीडिया पर भी भड़ास निकालने से नहीं चूक रहे हैं. भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कई जगहों पर निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करते हुए चापलूसों को सम्मानजनक पद से नवाजा गया है. जंगल की आग के तरह ही जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के गोलमुरी मंडल से उठी विरोध की चिंगारी ने समूचे जमशेदपुर महानगर भाजपा को अपनी जद में ले लिया है. हर तरफ भाजपा खेमों और गुट में बंटे नज़र आ रहे है. इन विरोध के बीच भाजपाईयों के निशाने पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनके चहेते जिला अध्यक्ष गुंजन यादव हैं. यह भी सच है कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है और सीमित पदों के बीच सभी को ख़ुश नहीं रखा जा सकता. लेकिन कार्यकर्ताओं की नाराज़गी इस बात पर भी है कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कमेटी विस्तार में ‘राग दरबारियों’ को खूब सम्मान दिया है. यह भी बातें सामने आ रही है कि जिला के पदाधिकारियों के चयन से लेकर एक-एक कार्यसमिति सदस्यों और मंडल के अध्यक्ष को चुनने में रघुवर दास ने ध्यान दिया है.
इसके साथ ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी, जमशेदपुर पश्चिमी के प्रत्याशी देवेंद्र सिंह और सांसद विद्युत वरण महतो भी अपने अपने समर्थकों को बड़े पद दिलाने में सफ़ल हुए है. भाजपा भले ही सभी वर्ग और खेमों के बीच संतुलन बनाकर कमिटी विस्तार करने का दावा कर रही हो लेकिन सोशल मीडिया पर मचे घमासान और लगातार इस्तीफ़े के दौर कुछ अलग ही हक़ीकत बयान कर रही हैं. भाजपा कार्यकर्ताओं में काफी नाराज़गी है. जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिमी चुनाव के दौरान से ही हॉट सीट बनी हुई थी. भाजपा की कमेटी विस्तार में भी यह चर्चा की केंद्र बनी हुई है. 1 सितंबर को शुभ दिन और मुहूर्त देखकर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के चहेते जिला अध्यक्ष गुंजन यादव ने कमिटी का विस्तार किया. विस्तार के तीन घन्टे के अंदर ही सबसे पहले पूर्वी विधानसभा से ही विरोध का शंखनाद हुआ. भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष से सीधे गोलमुरी मंडल का अध्यक्ष बनाये जाने से नाराज़ होकर पूर्व जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार के नज़दीकी अमरजीत सिंह राजा ने अपना इस्तीफ़ा पटककर जमशेदपुर भाजपा की राजनीति में जबरदस्त विस्फोट कर दिया. कमेटी विस्तार में गुंजन यादव ने पूर्व जिला अध्यक्ष और रघुवर दास के भांजे दिनेश कुमार के समर्थकों को हाशिये पर लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इससे नाराज़ भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध जाहिर करना शुरू कर दिया.
देर शाम अमरजीत सिंह राजा के इस्तीफ़े के समर्थन में युवा भाजपाईयों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करने शुरू कर दिया. इसके साथ ही जमशेदपुर पूर्वी से पूर्व विधायक दीनानाथ पांडेय के भतीजे रामकुमार पांडेय की फेसबुक पोस्ट ने आग में घी डालने का काम कर दिया. उन्होंने कमेटी विस्तार पर अघोषित रूप से पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को टारगेट करते हुए लिखा कि “जब मांझी नाव डुबाये, उसे कौन बचाये”. रामकुमार पांडेय के फेसबुक पोस्ट को पुराने भाजपाईयों ने भी समर्थन दिया है. उधर जमशेदपुर पश्चिमी विधानसभा से पूर्व मंत्री सरयू राय के भाजपा से अलग होने के बाद नये-नये महंत बने देवेंद्र सिंह अपना वर्चस्व बनाने की जुग्गत में लगे हैं. इसके लिए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी के कंधों पर बंदूक रखकर देवेंद्र सिंह ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहे हैं. जमशेदपुर पश्चिम के भाजपा प्रत्याशी रहे देवेंद्र सिंह अभी से ही अगली विधानसभा चुनाव जीतने के लिए सियासी जमीन तैयार करने में जुट गये है. भाजपा के अंदरखाने चर्चाएं तेज़ है कि पश्चिम विधानसभा से दिनेश समर्थक भाजपाईयों को किनारे लगाने में देवेंद्र सिंह और दिनेशानंद गोस्वामी की जोड़ी ने काम किया है. कदमा के मंडल अध्यक्ष रहें दीपू सिंह को हटाकर देवेंद्र सिंह ने बड़ी सफ़लता भी हासिल कर ली है. उधर मानगो के चर्चित नेता विकास सिंह को भी पद नहीं मिलने के पीछे देवेंद्र सिंह का दबाव का कमाल बताया जा रहा है. ख़बर यह है कि लॉकडाउन के दौरान देवेंद्र सिंह ने प्रदेश भाजपा नेतृत्व को काफ़ी चिट्ठी पत्री लिखकर तत्कालीन जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार और उनके समर्थक मंडल अध्यक्षों के ख़िलाफ़ जानकारी दी थी. बाद में रायशुमारी के परिणामों को दरकिनार कर के प्रदेश भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नजदीकी गुंजन यादव को जिला अध्यक्ष बना दिया. अंदरूनी ख़बर यह भी है कि पश्चिम विधानसभा के कार्यकर्ताओं में रघुवर दास के भांजे दिनेश कुमार की लोकप्रियता काफ़ी ज्यादा है. इससे देवेंद्र सिंह को घबराहट है कि कहीं अगले विधानसभा चुनाव में उनको कंपीटिशन न मिलने लगे. पश्चिम विधानसभा के तत्कालीन सभी मंडल अध्यक्ष दिनेश कुमार के नजदीकी थे. इस बार के कमेटी विस्तार में लगभग सभी बदल दिये गये हैं. हालांकि उलीडीह मंडल के अध्यक्ष अमरेंद्र पासवान सांसद विद्युत वरण महतो और देवेंद्र सिंह की कृपा से पद बचाने में कामयाब रहें. चर्चित नेता विकास सिंह के लिए जिला में उपाध्यक्ष बनना लगभग तय था लेकिन देवेंद्र सिंह के ‘वीटो’ के कारण उनके नाम की घोषणा लटक गई.
भाजपा के अंदरखाने चर्चा यह है कि विकास सिंह के नाम की घोषणा के लिए ही जिला उपाध्यक्ष का एक पद रिक्त रखा गया है क्योंकि विकास सिंह का मामला प्रदेश भाजपा के पास होल्ड पर है. कदमा के पूर्व मंडल अध्यक्ष दीपू सिंह ने भी खुलकर पूर्व पार्टी प्रत्याशी देवेंद्र सिंह के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है. मंडल अध्यक्ष पद से घोषणा के अंतिम समय पर दीपू सिंह का नाम लिस्ट से गायब कराने के पीछे भी देवेंद्र सिंह है. दीपू सिंह ने इससे नाराज होकर बुधवार देर शाम को कदमा में अपने समर्थकों के साथ पूर्व पार्टी प्रत्याशी देवेंद्र सिंह के ख़िलाफ़ एक बैठक आयोजित किया जिसमें उनके क्रियाकलापों की चर्चाएं हुई. दीपू सिंह का दावा है कि देवेंद्र सिंह के ही कारण उन्हें मंडल अध्यक्ष बनने से रोका गया है. साकची पश्चिम के पूर्व महामंत्री आनंद झा, शत्रुघ्न गिरी, मनोज सिंह, मनीष सिंह सहित 50 से अधिक भाजपाइयों ने भी जिला अध्यक्ष गुंजन यादव पर मनमानी और उपेक्षा का आरोप लगाते हुए अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया. उनका आरोप है कि भाजपा में अब झंडा ढोने वाले कार्यकर्ताओं की कद्र नहीं है वहीं चाटुकार और बड़े नेताओं का झोला ढोने वालों को सम्मानजनक पद से सुशोभित किया जा रहा है. पूर्व जिला उपाध्यक्ष रहें जमशेदपुर पश्चिम के प्रभावशाली नेता अजय श्रीवास्तव ने भी कमेटी विस्तार को लेकर नाराज़गी जाहिर किया है. उन्होंने व्यंग करते हुए एक बड़े नेता राग दरबारियों को निशाने पर लिया है. अजय श्रीवास्तव की फेसबुक पोस्ट पर लिखा है “राम जी की चिड़िया राम जी के खेत, खाओ रे चिरैया भर भर पेट”. इस पोस्ट ओर भी वरिष्ठ और पुराने भाजपाईयों ने सहमति जताते हुए समर्थन में टिप्पणियां की है. भाजपा में ओबीसी सहित पिछड़ी जातियों के नेताओं के बढ़ते प्रभाव और मनमानी से परेशान भाजपा कार्यकर्ता जीतू पांडेय ने भाजपा संगठन से पूछा है कि आखिर सबका साथ सबका विकास कहा है. जीतू पांडेय ने पोस्ट लिखकर पूछा है कि भाजपा में सवर्ण मोर्चा अब नहीं तो कब ? जीतू पांडेय ने लिखा है कि सबकुछ गंवा कर के भी होश नहीं आया और पार्टी स्वाहा हो गई. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के समर्थक कार्यकर्ता और बिरसानगर मंडल के पूर्व सोशल मीडिया प्रभारी कृपा गोप ने भी भाजपा की गुटबाजी और मनमानी से परेशान होकर लिखा की रस्सी जल गई पर बल नहीं गया. उनके फेसबुक पोस्ट पर पूर्वी विधानसभा में घमासान मचा हुआ है. भाजपा कार्यकर्ता हालिया परिस्थितियों में सुधार के पक्षधर हैं। उन्होंने कृपा गोप के पोस्ट को कार्यकर्ताओं की आवाज़ बताया है. भाजपा में पूर्वी विधानसभा के रघुवर के अनुशासित समर्थक काहे जाने वाले कार्यकर्ता भी अब मनमानियों से ऊब चुके है। वे भी अब सार्वजनिक रूप से गलत निर्णय के ख़िलाफ़ विरोध जताने से नहीं चूक रहे है.
भाजपा के जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव ने कहा-सबकुछ ठीक है
जमशेदपुर भाजपा के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष गुंजन यादव ने साकची स्थित भाजपा कार्यालय में गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत की. गुंजन यादव ने कहा कि सबकुछ ठीक है. कोई विवाद नहीं है. उन्होंने कहा कि मंडलों में किसी तरह का कोई विवाद नहीं है और जो भी विस्तार होना है, वह हो जाना है. समय पर सारे काम हो जायेंगे. भाजपा बड़ी पार्टी है, उतना थोड़ा बहुत होता रहेगा.