जमशेदपुर : झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री और इंटक नेता केएन त्रिपाठी मंगलवार को जमशेदपुर पहुंचे. जहां उन्होंने सर्किट हाउस में इंटक एवं कांग्रेसी नेताओं के साथ बैठक की. वैसे पूर्व मंत्री का स्वागत करने पहुंचे कांग्रेसी एवं इंटक नेताओं और कार्यकर्ताओं को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन पाने पर जमशेदपुर के उपायुक्त ने कड़ी फटकार लगाते हुए बाहर से ही चलता कर दिया. इधर बैठक के बाद पूर्व मंत्री ने जमशेदपुर से हो रहे मजदूरों के पलायन के पीछे टाटा ग्रुप की कंपनियों को जिम्मेदार बताते हुए झारखंड सरकार से उन कंपनियों का ब्यौरा मांगे जाने की अपील की.
उन्होंने बताया कि जमशेदपुर और आसपास के इलाकों में कई छोटी-बड़ी कंपनियां है, जो टाटा स्टील और टाटा मोटर्स के अलावे टाटा ग्रुप की अन्य कंपनियों को प्रोडक्ट उपलब्ध कराते हैं, लेकिन वर्तमान समय में बड़ी कंपनियां बाहर से प्रोडक्ट्स मंगवा रहे हैं, जिससे यहां के मजदूर बेरोजगार हो रहे हैं. साथ ही पलायन को विवश हो रहे हैं. कोरोना महामारी के इस दौर में मजदूरों के साथ जमशेदपुर में अमानवीय बर्ताव हो रहा है.
उन्होंने झारखंड सरकार से अविलंब मजदूरों के शोषण पर नकेल कसने की नसीहत दी है. उधर कृषि बिल को लेकर राज्यसभा में हुए हंगामे के सवाल पर उन्होंने हंगामा कर रहे सांसदों का बचाव करते हुए राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश को ही दोषी करार देते हुए सांसदों के निलंबन को तत्काल वापस लिए जाने की मांग की. इस दौरान कांग्रेसी और इंटक के नेताओं ने पूर्व मंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया.