जमशेदपुर : एक तरफ जहां झारखंड में कोरोना के 13 पॉजिटिव केस हो चुके और एक कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की मौत भी हो गई, वहीं जनप्रतिनिधि खुद ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते दिख रहे हैं. ताज़ा मामला जमशेदपुर के सासंद विद्युतवरण महतो का है जो सोशल मीडिया में लगातार इन दिनों ”ट्रोल” (आलोचना होना) हो रहे हैं.
दरअसल काफी दिनों की खामोशी और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सांसद विद्युत वरण महतो ज्यादातर अपने घर पर ही थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वे लगातार जरूरतमंद लोगों के बीच जाकर भाजपाईयों के साथ मिलकर भोजन वितरण में जुटे हैं. मोदी किट और मोदी खाना खिलाने में वे व्यस्त हो चुके है. इस कड़ी में वे बुधवार को सांसद बहरागोड़ा, घाटशिला और अन्य जगहों पर गए थे जहां की गतिविधियां सोशल मीडिया पर डाली गईं.
फिर क्या था विपक्षी दलों से जुड़े कार्यकर्ता और अन्य लोग उन्हें ट्रोल करने लगे. लोगों ने लिखा है कि सांसद, पीएम मोदी की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के आह्वान को नहीं मानते हैं. सांसद की वायरल फोटो में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होना साफ दिख रहा है. एक जगह तो सांसद ने मास्क भी नहीं पहना है और एक फोटो में वे मास्क हटाकर भोजन वितरण के कार्य में जुटे दिखे हैं. वहीं उनके आस-पास लोगों की भीड़ भी दिख रही है.कोरोना को लेकर ताजे मामले आने के बाद इस तरह के उदाहरण सही तस्वीर पेश नहीं कर रहे हैं.
आपको बता दें कि सोशल डिस्टेंश के तहत लोगों को एक दूसरे के बीच की दूरी दो मीटर और कहीं ऐसी स्थिति हो तो एक मीटर की दूरी बनाकर खाना बांटना या कोई भी चीज कर सकते है, लेकिन कई जगहों पर इसका मजाक उड़ रहा है. इसको देखते हुए सांसद विद्युत वरण महतो भी निशाने पर आ गये क्योंकि वे सांसद है और उनको खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर कदम उठाना चाहिए था.