जमशेदपुर : जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने संसद के लोकसभा में शून्यकाल के दौरान धालभूमगढ़ में निर्माणाधीन एयरपोर्ट का मुद्दा को एक बार फिर से उठाया है. संसद की चल रही कार्रवाई के दौरान सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में एयरपोर्ट की स्थापना के लिए शिलान्यास किया गया, लेकिन अब तक निर्माण का कार्य नहीं हो पाया है. इस मामले को लेकर संसद में कहा गया कि किसी ना किसी तरह से इसको रोकने की कोशिश की जा रही है. टाटा समूह की कंपनियां जमशेदपुर में है जबकि कई अन्य देश भर की कंपनियों के प्रतिनिधियों का आना जाना है. इसके अलावा झारखंड, बंगाल, ओड़िशा का सीमावर्ती इलाका होने के कारण यहां काफी ज्यादा जरूरी है कि एयरपोर्ट को बनाया जाये, लेकिन इसको टाला जा रहा है. इसको तत्काल बनवाने की मांग की गयी है. इसको लेकर ठोस कदम उठाने की मांग की गयी है. इस पर संसद में सरकार की ओर से जवाब दिया जायेगा. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा लगभग 100 करोड़ रूपए का भी आवंटन किया गया था लेकिन आज तक टाटा घराना जैसे भारी उद्योग होने के बावजूद और लगभग 2000 स्मॉल स्केल इंडस्ट्री सेक्टर होने के बावजूद आज वहां पर एयरपोर्ट का काम शुरू नहीं हो सका जबकि इससे तीन स्टेट पश्चिम बंगाल, ओड़िशा एवं झारखण्ड को लाभ मिलेगा. झारखण्ड के जमशेदपुर और पश्चिम बंगाल के खड़गपुर और ओड़िशा के बालेश्वर तीनों स्टेट का इंडस्ट्रीयल बेल्ट जो है, उसके लगभग करीब में यह एअरपोर्ट पड़ता है. आज वहां पर सेंट्रल माइंस होने के बावजूद एयरपोर्ट का काम अब तक शुरू नहीं हुआ. सांसद श्री महतो ने कहा कि आपके माध्यम से मंत्री से आग्रह करना चाहते है कि राज्य सरकार से संवाद स्थापित कर यथाशीघ्र जमशेदपुर एयरपोर्ट का काम शुरू किया जाए.