जमशेदपुर : जमशेदपुर में ट्राफिक चेकिंग के नाम पर सड़क पर बदतमीजी की जा रही है. इसका विरोध हमने किया है, लेकिन चेकिंग का विरोध हमने नहीं किया है. यह बातें कहीं है परिवहन मंत्री चंपई सोरेन की बेटी दुखनी सोरेन ने. दुखनी सोरेन ने साकची में हुए यातायात चेकिंग के मसले को लेकर अपना स्पष्टीकरण दिया है और बताया है कि 25 नवंबर बुधवार को वे साकची गयी थी. साकची में ट्राफिक प ुलिस अनिल नायक द्वारा हेलमेट चेकिंग के दौरान दुर्व्यवहार किया गया. हेलमेट न पहनना और मास्क नहीं ल गाने पर सरकार द्वारा जो भी गाइडलाइन है, उसका पालन सारे लोग कर रहे है. दुखनी सोरेन ने कहा कि वे भी सभी गाइडलाइन को मान रहे है, आगे भी मानती रहेंगी. बुधवार को चेकिंग के दौरान ट्राफिक पुलिस के जवान अनिल नायक द्वाार व्यवहार सही नहीं रहने के कारण वे सड़क पर बैठकर विरोध कर रही थी. हेलमेट चेक करना सही है, पर चेकिंग के नाम पर किसी भी व्यक्ति को बेवजह परेशान करना दुखद है.
उन्होंने कहा कि कुछ न्यूज चैनल और मीडिया वाले इसे गलत तरीके से तोड़-मरोड़कर छाप रहे है, जिसकी वे कड़ी निंदा करती है. अगर अनिल नायक का व्यवहार सही होता तो शायद ऐसी नौबत नहीं आती, ऐसे अधिकारियों के कारण ही सरकार व प्रशासन बदनाम हो रहा है. प्रशासन द्वारा हेलमेट चेकिंग अभियान सही है. लेकिन इस चेकिंग में परेशान होने वाली आम जनता का भी ख्याल रखा जाना चाहिए. प्रशासन द्वारा किसी भी तरह का कोई भी चालान का फाइन नहीं हकाटा गया है. कुछ लोग बेवजह बात को तोड़ मरोड़कर न्यूज बनाये है, जिसका वे खंडन करती है. वैसे परिवहन मंत्री की बेटी दुखनी सोरेन को आज सड़क पर हो रही चेकिंग के नाम पर बदतमीजी की बात सामने आयी है जबकि आम जनता इससे हर दिन दो चार होते रहते है. वैसे खुद दुखनी सोरेन ने कहा कि उनका कोई चालान नहीं कटा है जबकि वे हेलमेट के बगैर ही साकची में थी, तो फिर चालान क्यों नहीं कटा, यह सवाल तो जरूर उठेगा.