रांची : भाजपा पर लाठीचार्ज जहां हो रही थी, वहीं बुधवार को भाजपा की सहयोगी पार्टी आजसू पर भी लाठी चार्ज की गयी. आजसू कार्यकर्ता रांची के मोरहाबादी मैदान से जुलूस के रुप में सीएम आवास को घेरने निकले थे. इसका नेतृत्व गिरीडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी कर रहे थे जबकि आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो भी मौजदू थे. इस दौरान सीएम आवास जाने से पुलिस ने रोका, जिसके बाद कार्यकर्ता नहीं माने तो लाठीचार्ज कर दिया गया. झारखण्ड राज्य में पिछडो की आवाज बन 27 % आरक्षण की मांग को लेकर समाजिक न्याय मार्च आंदोलन कर रहे आजसू पार्टी द्वारा घोषित मुख्यमंत्री आवास पर स्मरण पत्र जिसमे अंतिम दिन 8 जिलो के जिला प्रभारी समेत प्रखंड अध्यक्ष नगर अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष समेत पिछड़ा मोर्चा के प्रभारी सदस्यगण समेत सभी अनुषंगी इकाई ने मोरबादी मैदान में एकजुट होकर मुख्यमंत्री आवास के तरफ बढ़ रहे थे कि जगह-जगह पुलिस बेरिकेटिंग लगा पुलिस रास्ते डाइवर्ट कराने लगी. (नीचे पूरी खबर देखें)
फिर भी शांति से आगे बढ़ने लगे,आजसू कार्यकर्ताओ के बढ़ते काफिले को अचानक पुलिस ने लाठी चार्ज कर रोका. समाजिक न्याय मार्च के नेतृत्व कर रहे आगे की पंक्ति में पूर्वी सिंहभूम जिला कमिटी पर लाठी चार्ज में सबसे पहले जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह, मुन्ना सिंह ब्रजेश, जिला उपाध्यक्ष संजय मालाकार, जिला प्रवक्ता अप्पू तिवारी, शम्भू शरण समेत अन्य महिलाओं पर भी पुलिस के जवानों ने बेरहमी से पीटा, जो गम्भीर रूप से चोटिल हुए है. उक्त अवसर पर सुदेश महतो ने कार्यकर्ताओं से कहा कि इस लड़ाई को और लम्बा करना है और किसी भी हद तक जायेंगे. स्मरण पत्र देने गए जमशेदपुर से जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह, रामचन्द्र सहिस, दीपक अग्रवाल, चन्द्रगुप्त सिंह, आरती सामद, बुल्लू रानी सिंह सरदार, मुन्ना सिंह ब्रजेश, फनी महतो, कमलेश दुबे, संजय मालाकार, प्रकाश विश्वकर्मा, अप्पू तिवारी, संजय सिंह, सन्तोष सिंह, अशोक मण्डल, विमल मौर्या, हेमन्त पाठक, समरेश सिंह समेत सभी प्रखंड के अध्यक्ष सचिव और प्रभारी मौजूद थे. इससे पहले सुदेश कुमार महतो, सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, रामचंद्र सहिस, डॉ लम्बोदर महतो, कमल किशोर भगत, डॉ देवशरण भगत, शिवपूजन मेहता नेतृत्व में रांची समेत लातेहार, खूंटी, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, पूर्वी सिंहभूम, और खरसांवा सरायकेला के कार्यकर्ता, समर्थकों का हुजूम उमड़ा. ढोल-नगाड़े के साथ सभी जुलूस की शक्ल में सीएम सचिवालय के लिए निकले, जिन्हें पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोक दिया. (नीचे पूरी खबर देखें)
कार्यक्रम में राजेन्द्र मेहता, हसन अंसारी, जयपाल सिंह, सुनील सिंह, अनंत राम टुडू, सपन सिंह देव, सुकरा सिंह मुण्डा, पार्वती देवी, नीरू शांति भगत, नजरूल हसन हासमी, गोपीनाथ सिंह, लाल गुड्डू नाथ शाहदेव, रामदुलर्भ सिंह मुंडा, संजय महतो, रामलखन प्रसाद, सिद्धार्थ महतो, कन्हैया सिंह, छवी महतो, भूपेंद्र पांडेय, अमित पांडेय इत्यादि मुख्य तौर पर मौजूद थे. इससे पहले छह और सात सितंबर को आठ- आठ जिलों के कार्यकर्ता रांची पहुंचे थे. जबकि निर्मल महतो की शहादत दिवस पर आठ अगस्त को सामाजिक न्याय यात्रा की शुरुआत हुई थे. सात दिनों तक 24 जिला के 260 प्रखण्डों में कार्यकर्ताओं ने गांव-गांव में न्याय मार्च निकाला और लोगों से स्मरण पत्र पर हस्ताक्षऱ कराए. हर दिन अलग-अलग गांव जाकर पिछड़ों को लामबंद किया. सात दिनों में कुल 9100 गांवों में यह न्याय मार्च निकाली गई एवं लाखांे स्मरण पत्र पर हस्ताक्षर किए गए.