रांची : झारखंड की हेमंत सोरेन की सरकार के खिलाफ भाजपा की सहयोगी पार्टी आजसू हल्ला बोलेगी. हर विधानसभा क्षेत्र में आजसू अपने संगठन का विस्तार करेगी जबकि केंद्रीय स्तर से लेकर राज्य और जिला स्तर पर आजसू की नयी कमेटी बनायी जायेगी ताकि पार्टी में नयी जान फूंका जा सके. इसको लेकर आजसू ने चरणबद्ध तरीके से रणनीति बनायी है. आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, विधायक लंबोदर महतो समेत तमाम केंद्रीय पदाधिकारी बैठक में मौजूद थे. रांची के हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में हुई इस बैठक में हेमंत सोरेन के सरकार के कार्यों की समीक्षा की गयी.
आजसू ने कहा कि झारखंड सरकार ने कहा था कि 1932 के खतियान के आधार पर लोगों को पहली ही बैठक में नौकरी देने का प्रावधान लायेंगे, जो अब तक नहीं लाया है, जो जनता के साथ धोखा है. इसके अलावा झारखंड में अब तक 14 फीसदी ही आरक्षण सिस्टम लागू है, जिसको 27 फीसदी करने की मांग की जा रही थी, जो अब तक लागू नहीं किया गया. सरकार ने यहां भी लोगों को भरमाया. 1932 के खतियान के नाम पर लोगों को बरगलाया. इस बैठक में कहा गया कि सरना धर्म कोड को लेकर भी जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है जबकि यह मामला धार्मिक है, जिस पर बेवजह की राजनीति की जा रही है. आजसू के केंद्रीय समिति में तय किया गया कि वे लोग सरकार के खिलाफ अब चरणबद्ध अआंदोलन करेंगे और जनता को जागरूक करने के साथ ही संगठन को भी मजबूत बनायेंगे. इस बैठक में तय किया गया कि झारखंड में नये सिरे से परिसीमन को लागू कराया जाये, जिसके लिए वे लोग झारखंड के सीटों का नये सिरे से परिसीमा को लागू कराने के लिए केंद्र सरकार और चुनाव आयोग से आजसू मिलेगी ताकि राज्य का बेहतर राजनीतिक परिदृश्य तय हो.