जमशेदपुर : झारखंड में रांची में प्रदर्शन कर रहे सहायक पुलिसकर्मियों पर पुलिस की ओर से किये गये लाठीचार्ज को लेकर हर ओर विरोध हो रहा है. भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और विधायक सरयू राय भले ही एक दूसरे को विरोधी हो, लेकिन दोनों ने अलग-अलग रिलीज जारी कर इसका विरोध किया है. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने ट्विट में कहा है कि नक्सलियों और अपराधियों के सामने पस्त झारखंड सरकार अपने डंडे का जोर निहत्थे सहायक पुलिसकर्मियों आजमा रही है. यह राज्य सरकार की दमनकारी नीति है. अपनी जायज मांगों के लिए आंदोलन कर रहे हमारे आदिवासी-मूलवासी सहायक पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज व आंसू गैस का प्रयोग करना घोर निंदनीय है. इसी तरह जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने सहायक पुलिसकर्मियों के ऊपर लाठीचार्ज को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और कहा है कि सरकार को उनके प्रतिनिधि के साथ वार्ता कर किसी निष्कर्ष पर पहुंचना चाहिए. पुलिसकर्मियों के साथ ही कई अल्प वेतनभोगी समूह भी हैं, जो सरकार के साथ संविदा पर काम कर रहे हैं. ऐसे सभी समूह के हितों का ध्यान रखना चाहिए. आज जरूरत है कि नौजवानों को रोजगार मिलना चाहिए. सरकार को सरकारी क्षेत्र में रिक्तियों को सार्वजनिक करना चाहिए और इन्हें भरने की प्रक्रिया पूरी चाहिए. टेट पास युवकों और पंचायत सचिव की परीक्षा देने वाले युवकों की भी बहाली के बारे में सरकार को अपना विश्वास स्पष्ट करना चाहिए.
jharkhand-assistant-police-झारखंड में सहायक पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और सरयू राय ने विरोध दर्ज कराया, कई राजनीतिक दलों ने जताया विरोध
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