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jharkhand-big-story-झारखंड में सरकार गिराने के लिए विधायकों को दिया गया था 50 करोड़, अकेला, इरफान और अमित को दी जाती जिम्मेदारियां, पहले ही हो गया भंडाफोड़, झारखंड के विधायकों के दिल्ली में होटलों में जाने की हुई पुष्टि, विधायक इरफान और अकेला ने क्या कहां जाने, भाजपा इस मुद्दे पर क्या कह रही है जानें

राशिफल

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद संजय सेठ.

रांची : झारखंड में सरकार गिराने के खेल का भंडाफोड़ होने के बाद पुलिस की टीम नयी दिल्ली में है. यह कहा जा रहा है कि पकड़े गये तीन आरोपी अमित सिंह, निवारण महतो और अभिषेक दुबे कांग्रेस के तीन विधायकों के संपर्क में थे. निर्दलीय विधायक अमित यादव के साथ कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी और उमाशंकर अकेला को संपर्क किया गया. बताया जाता है कि अब तक अनुसंधान में यह बातें सामने आयी है कि एक करोड़ रुपये उनको एडवांस नहीं मिला, जिस कारण बातें नहीं हो पायी. दरअसल, इन तीन विधायकों को ही टेंडर दे दिया गया था कि वे लोग किसी भी तरह 11 विधायकों का जुगाड़ लगाते, जिसके माध्यम से और भी विधायक आ जाते और सरकार गिर जाती. इस सारे खेल में महाराष्ट्र के भाजपा के दो विधायक चंद्रशेखर राव बावनकुले और चरण सिंह के नाम सामने आये है, जिनकी नयी दिल्ली के फाइफ स्टार होटल में मुलाकात भी हुई थी. बताया जाता है कि नयी दिल्ली में झारखंड पुलिस पहुंचकर इस बात की पुष्टि भी कर ली है कि वहां विधायकों के साथ डील हुआ था. यह भी जानकारी मिली है कि रांची के ली लैक होटल में ही सारे लोग रुके थे और डील की तैयारी थी. पकड़े गये तीन लोगों को इसलिए ही रखा गया था ताकि वे लोग अगर पकड़े गये तो बोला जाता है कि गरीब लोगों को पकड़ा गया है. वैसे खुद सरकार में शामिल मुख्य सत्ताधारी पार्टी झामुमो ने यह दावा किया है कि उनके विधायकों को 50 करोड़ रुपये तक का ऑफर दिया गया था. रांची के होटल ली लैक में चार कमरा बुक था, जिसमें कमरा नंबर 307, 310, 407 और 611 बुक कराया गया था, जिसके माध्यम से महाराष्ट्र के जयकुमार शंकर राव बेलखड़े, अनिल कुमार, आशुतोष ठक्कर और मोहित भारतीय के नाम से कमरे की बुकिंग हुई थी. गुरुवार रात पुलिस की छापेमारी से कुछ मिनट पहले ये होटल से चले गए थे. बाद में पुलिस ने इन कमरों से बैग, कपड़े समेत कई चीजें जब्त की हैं. झामुमो ने इस बात का सोमवार को खुलासा किया है कि विधायकों को तोड़ने की बड़ी साजिश रची गयी थी और 25 से 50 करोड़ रुपये तक का ऑफर था जबकि उपमुख्यमंत्री और मंत्री तक का ऑफर दिया गया था. हालांकि, खुद इरफान अंसारी और उ़माशंकर अकेला ने कहा है कि यह आरोप गलत है और वे लोग किसी से कोई डील नहीं किया है. वही, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और रांची के सांसद संजय सेठ ने कहा है कि यह खेल कुछ नहीं था. कांग्रेस में नाराजगी है. झामुमो और कांग्रेस में भी दूरी है. यहीं वजह है कि पुलिस के माध्यम से यह खेल खुद सरकार रचकर भाजपा को बदनाम करने की कोशिश कर रही है.

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