रांची : झारखंड और बिहार विपक्षी एकता का सूत्रपात देश में करने जा रहा है. बिहार और यूपी को देश में राजनीति का बड़ा केंद्र माना जाता है. इसी क्रम में बिहार और झारखंड अपनी अहम भूमिका निभाने जा रही है, जिसमें विपक्षी एकता को एकजुट किया जायेगा. इस क्रम में गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री सह आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल रांची आ रहे है. बताया जाता है कि दो जून तक वे लोग यहां रहेंगे और आपसी एकता पर बातचीत कीजायेगी. विपक्षी एकता की संभावनाओं को तलाशने के लिए दिल्ली के सीएम केजरीवाल आने वाले है. (नीचे भी पढ़ें)
वहीं, उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी हो सकते है. हालांकि, पंजाब के सीएम के आने की संभावना कम ही देखी जा रही है. दूसरी ओर, विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि झारखंड की पुण्य भूमि पर दो महाभ्रष्ट ठगों की मुलाकात होगी. एक नैतिकमूल्यों की तिलांजलि देकर अट्ठास करता हैतो दूसरा प्रदेश को लूटकर राज्य बचाने का प्रवचन देता है. अरविंद केजरीवाल के साथ हेमंत सोरेन की इससे पहले नयी दिल्ली में मुलाकात हुई थी. वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार भी आकर हेमंत सोरेन से मिल चुके है. अब यह नयी बैठक नया आगाज कर सकता है.
बिहार में 12 जून को होगी देश भर के विपक्षी नेताओं की बैठक
भाजपा के खिलाफ देश भर के विपक्षी दलों को एक प्लेटफार्म पर लाने की चल रही कवायद के बीच बिहार के सीएम नीतिश कुमार की ओर से लगातार मुहिम चलायी जा रही है. इस कड़ी में विपक्षी दलों की बड़ी बैठक 12 जून को होने वाली है. पटना में यह बैठक बुलायी गयी है. इस बैठक में में विपक्षी नेताओं को बुलाया गया है. इसमें भी झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हिस्सा लेंगे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के अलावा देश के तमाम विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों को यहां बुलाया गया है.