रांची : झारखंड भाजपा के नेताओं को यह डर सताने लगा है कि कहीं उनके विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी की सदस्यता ही समाप्त नहीं कर दी जाये. भाजपा के नेताओं ने रांची में संवाददाता सम्मेलन कर आरोप लगाया है कि भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व सीएम को लेकर झारखंड विधानसभा के न्यायाधिकरण में जो सुनवाई चल रही है, वह गलत है. इस मसले को लेकर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने इस मामले के शिकायतकर्ता राजकुमार यादव के बयान का वीडियो जारी किया है, जिसमें यह कहते हुए राजकुमार यादव सुनायी दे रहे है कि ”बाबूलाल तो गयो”. उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष ने ठान लिया है कि ऐन-केन-प्रकारेण बाबूलाल मरांडी की सदस्यता को समाप्त ही कर देना है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का ही कहना है कि सिर्फ न्याय होना नहीं चाहिए बल्कि न्याय होते दिखना भी चाहिए. लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं दिख रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 17 जुलाई 2020 को कह चुके है कि भाजपा विपक्ष के नेता के पद के लिए तरस जायेगी. इस मामले के याचिकाकर्ता राजकुमार यादव सुनवाई के दौरान 17 मई 2022 को स्पीकर के समक्ष कह रहे है कि बाबूलाल गयो, जजमेंट हो गयो, ऐसा लग रहा है कि सबकुछ सेटिंग है और मुख्यमंत्री का लिखा हुआ स्क्रिप्ट ही पढ़ रहे है. इस संवाददाता सम्मेलन में प्रतुल शाहदेव के साथ सह मीडिया प्रभारी प्रेम मित्तल और अशोक बड़ाई भी थे. उन्होंने बताया कि ऐसा लगता है कि जजमेंट होने के पहले ही सारा कुछ तय हो चुका है. यह लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है. स्पीकर का न्यायाधिकरण एक स्वतंत्र इकाई होता है, पर राज्य में इस तरह की घटनाएं उस पर सवाल उठा रहा है. वहीं, शिकायतकर्ता राजकुमार यादव ने भाजपा के आरोपों पर कहा कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है, जिसकी जैसी सोच, वैसी मानसिकता होती है. हर किसी को अभिव्यक्ति की आजादी है, भाजपा बेवजह का तिल का ताड़ बना रही है.