जमशेदपुर : झारखंड भाजपा से निष्कासित नेता और पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले ने अपने घर पर उपवास किया. वे भाजपा से पूर्व में निष्कासित कर दिये गये थे. उन पर आरोप था कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में पार्टी विरोधी काम किया है, जिस कारण उनको निष्कासित कर दिया गया था. उनके निष्कासन के साथ ही कई नेताओं का भी निष्कासन हुआ था. लोगों ने इस निष्कासन को गलत करार दिया था.
इसके बावजूद अमरप्रीत सिंह काले ने भाजपा के प्रति अपने प्रेम को जताया और दिन भर उसी तरह धरना दिया, जिस तरह सारे भाजपा के नेताओं ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस जैसे वैश्विक महामारी में झारखण्ड के अपने प्रवासी मजदूर, कामगारों व छात्रों को जो इस प्रतिकूल परिस्थिति में फंसे है और अपने घर आना चाहते है, को राज्य सरकार जल्द अपने संज्ञान में ले तथा यथासंभव सहायता मुहैया कराये.
दूसरी ओर, पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के बड़े नेता रघुवर दास ने राज्य सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने इस वैश्विक महामारी में झारखंड को सेंट्रल टैक्स इंस्टॉलमेंट के तहत 1525 करोड़ 27 लाख रुपए दिए हैं. वहीं डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए 28 करोड़ 40 लाख वहीं किसानों के लिए दो सै 32 करोड़ रुपए केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को दी है.
साथ ही जन धन योजना और गरीबों के लिए खाद्यान्न भी केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को उपलब्ध कराया है. वही कोविड-19 यानी कोरोना के लिए 256 करोड रुपए केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को दी है.वही पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि राज्य सरकार सिर्फ केंद्र सरकार पर ठीकरा फोड़ रही है, लेकिन यह वक्त गरीबों की सेवा करने का है और जरूरतमंदों तक भोजन और राहत पहुंचेने का है.
कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के कारण दूसरे राज्यो में फंसे झारखंड के छात्र मजदूर ,कामगारों को सहायता पहुचानें में विफल झारखंड सरकार के विरोध में प्रदेश भाजपा द्वारा प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन के क्रम में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री चंद्रशेखर मिश्र भी अपने आवास पर धरने पर बैठे. दरअसल, चंद्रशेखर मिश्रा की तबीयत खराब रहती है, जिस कारण उनको उपवास करने की मनाही है. इस लिहाज से चंद्रशेखर मिश्रा ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए एक स्थान पर घर में ही धरना दिया.