रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने दुर्गा पूजा को लेकर काफी कड़ा पत्र लिखा है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि कोरोना महामारी का ग्राफ तेजी से नीचे जा रहा है. ऐसे में लोग जान गये है कि किस तरह से सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया जाना चाहिए. दशहरी पर्व को लेकर जो सरकार ने गाइडलाइन जारी किया है, वह बहुसंख्यक समाज की आस्था के अनुकूल नहीं है और बहुसंख्यक समाज की आस्था के अनुकूल प्रतीत नहीं होता है. उन्होंने कहा कि भीड़ भरे जुलूस निकाले जा रहे है, आये दिन धरना और प्रदर्शन हो रहे है, जिसका मौन समर्थन कही न कहीं सरकार का प्राप्त है. स्वर्गीय हाजी हुसैन अंसारी को श्रद्धांजलि देते हुए उनके जनाजे की जलसा में बगैर सोशल डिस्टेंसिंग के हजारों का हुजूम था, जिसमें खुद मुख्यमंत्री और सारे मंत्रिमंडल के लोग शामिल हुए थे, जो इसको सत्यापित करता है कि खुद सरकार इस गाइडलाइन को नहीं मान रही है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को खाना परोसा गया था तो दुर्गा पूजा पंडाल बनाने पर क्यों पाबंदी लगायी जा रही है. अपने ही राज्य में राजनीतिक पार्टियां चुनाव में शामिल हो रहे है और भीड़ जुट रही है, ऐसे में दुर्गा पूजा का त्योहार पर ही इतना पाबंदी क्यों लगायी जा रही है. उन्होंने कहा कि यह माना जाता है कि कर्भी-कभी देवी की पूजा अर्चना से भी महामारी से मुक्ति मिलती है, जैसा पूर्वजों और दुर्गा सप्तशती में लिखा गया है. ऐसे में दुर्गा पूजा के गाइडलाइन को तत्काल बदलने की जरूरत है, जिस पर सरकार खुद फैसला लें.
jharkhand-bjp-leader-babulal-marandi-letter-झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी का कड़ा पत्र, दुर्गा पूजा को लेकर गाइडलाइन में ढिलाई की उठायी मांग, कहा-जब सीएम की मौजूदगी में हाजी हुसैन अंसारी का जनाजे का जलसा में भीड़ ल ग सकती है तो दुर्गा पूजा क्यों नहीं हो सकता ?
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