रांची : झारखंड की प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो से मुलाकात की. इस प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मंत्री और विधायक सीपी सिंह, भानु प्रताप शाही, विधायक विरंची नारायण, नवीन जायसवाल, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष आदित्य साहू समेत अन्य लोग शामिल थे. इन लोगों ने झारखंड विधानसभा के स्पीकर से यह मांग की कि सारी संवैधानिक प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन फिर भी बाबूलाल मरांडी को विपक्ष का नेता घोषित नहीं किया गया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण बात है. चुनाव आयोग जैसी संस्था ने मान्यता दे दी है कि झाविमो का विलय सही है.
भाजपा का सदस्य खुद चुनाव आयोग ने बाबूलाल मरांडी को माना है, फिर भी इस में देर करना यह संवैधानिक नियमों का अनुपालन नहीं करना है. इससे संविधान की अवेहलना हो रही है और यह संवैधानिक मर्यादाओं का अपमान है. इसमें देर होना दुर्भाग्यपूर्ण है. चुनाव आयोग ने यह भी साफ कर दिया है कि बंधु तिर्की और प्रदीप यादव की क्या स्थिति है, लेकिन फिर भी इसको रोके रहना काफी आपत्तिजनक बात है. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वे तत्काल इस मामले में फैसला लेकर घोषणा कर देंगे. उन्होंने सभी की बातों को गंभीरता से सुना है और कहा है कि जल्द ही इसको लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी जायेगी. दूसरी ओर, सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर में नाबालिग लड़की का अपहरण कर हत्या करने के मामले में बाबूलाल मरांडी ने राज्य के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी को पत्र लिखा है. अपने पत्र में श्री मरांडी ने कहा है कि इस तरह की घटना के बावजूद पुलिस द्वारा जिस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है, वह काफी आपत्तिजनक है और इसके दोषियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.