रांची : झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरा आवंटित करने के खिलाफ भाजपा ने बुधवार को विधानसभा भवन का घेराव करने की कोशिश की. इस दौरान पहले से ही रांची जिला प्रशासन और पुलिस ने विधानसभा जाने के सारे रास्ते को ब्लॉक कर दिया गया था. किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गयी थी और विधानसभा के बाहर में बैरिकेटिंग कर दी गयी थी. बैरिकेटिंग के पास खुद रांची के एसएसपी सुरेंद्र झा समेत तमाम प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे. इस दौरान नारेबाजी करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश के नेतृत्व में भाजपाइयों के सैकड़ों कार्यकर्ता विधानसभा की ओर कूच करने लगे. इस दौरान उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास, रांची सांसद संजय सेठ समेत तमाम बड़े नेता आगे बढ़ रहे थे. (नीचे पूरी खबर पढ़ें)
इन लोगों ने बैरिकेटिंग को तोड़कर विधानसभा के भीतर घुसने की जब कोशिश की तो रांची पुलिस ने भाजपाइयों पर लाठीचार्ज कर दिया. पहले तो पानी का बौछार किया गया, लेकिन उससे भी कोई कंट्रोल नहीं हुआ, जिसके बाद लाठीचार्ज की गयी. इस लाठीचार्ज में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, रघुवर दास, बाबूलाल मरांडी समेत कई नेताओं को चोटें लग गयी. दीपक प्रकाश के कंधे में चोट लगी. इस दौरान बाबूलाल मरांडी को भी लाठियों से कूचने की कोशिश की गयी, जिसको उनके लिए तैनात सीआरपीएफ के सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया. हालांकि, धक्का-मुक्की में बाबूलाल मरांडी को भी चोट लग गयी. लाठीचार्ज होते ही भगदड़ मच गयी. इस दौरान सारे लोग धरना पर बैठ गये और नारे लगाने लगे कि गोली बंदूक की सरकार, नहीं चलेगी. इस हंगामा के बाद बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार दमन की कार्रवाई कर रही है और लाठियों की बदौलत जनता की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. इस दौरान जमकर हंगामा हुआ और राजधानी रांची का आवागमन भी बाधित रही. इस दौरान हर जिले से भाजपा के नेता और कार्यकर्ता वहां पहुंचे थे. इस घटना में कई महिला कार्यकर्ताओं को भी चोट लग चुकी है. इस लाठीचार्ज के दौरान जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो को भी चोटें आयी है जबकि रांची के सांसद संजय सेठ को भी चोट लगी.