
रांची : झारखंड में मधुपुर सीट पर उपचुनाव होने वाला है. 17 अप्रैल को यह चुनाव होना है, जिसको लेकर भाजपा ने अपनी ताकत लगा दी है तो एक सीट ही कांग्रेस, झामुमो, सीपीआइ समेत तमाम महागठबंधन की पार्टियां एकजुट होकर चुनाव लड़ने वाली है. शुक्रवार को छुट्टी के दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मधुपुर चुनाव को लेकर अहम बैठक अपने आवासीय कार्यालय में की. यहां तय किया गया कि मधुपुर के उपचुनाव में महागठबंझन के प्रत्याशी और पूर्व मंत्री स्वर्गीय हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हफीजुल हसन को एक साथ मिलकर चुनाव जीतायेंगे. हफीजुल हसन को हेमंत सोरेन ने पहले ही मंत्री बनाकर एक बड़ा कार्ड खेल दिया था तो भाजपा ने आजसू के नेता को अपना प्रत्याशी बनाकर अपने आपको मजबूत बनाने की कोशिश की है. शुक्रवार को तय किया गया कि बेरमो और दुमकी की तर्ज पर वे लोग भी मधुपुर उपचुनाव में जीत दर्ज करेंगे और उनकी जीत तय किया जायेगा. झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में उनके आवासीय कार्यालय की बैठक में मंत्रीमंडल के सारे सहयोगी के अलावा महागठबंधन में शामिल नेता शामिल थे. चुनाव को लेकर उन लोगों ने रणनीति बनायी और तय किया साथ मिलकर अब वे लोग चुनावी मैदान में उतरेंगे. इसको लेकर एक समन्वय समिति (को-ऑर्डिनेशन कमेटी) बनायी गयी. इस कमेटी में कांग्रेस के मंत्री बन्ना गुप्ता, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, राजद के प्रदेश अध्यक्ष अभय सिंह, रंजन कुमार, सीपीआइ के महेंद्र पाठक, अजय सिंह, सीपीआइ एम के गोपीकांत बख्शी, प्रकाश विप्लव, सीपीआइ एमएल के जनार्दन प्रसाद, शुभेंदू सेन जबकि झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और बिनोद पांडेय को शामिल किया गया है. यह कमेटी पूरे चुनाव का कार्यभार देखेंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने चुनाव में जीत का टिप्स भी देकर सबको बताया कि हर हाल में यहां चुनाव में जीत दर्ज करना है. यह कमेटी मुख्य तौर पर मुसलिम और आदिवासी वोट बैंक नहीं बल्कि समग्र वोटों पर काम करेगी, जिसके लिए वे लोग कड़ी मेहनत करेंगे. आपको बता दें कि मधुपुर में 17 अप्रैल को मतदान होना है जबकि दो मई को चुनाव परिणाम बंगाल के चुनाव के साथ ही आयेगा. मधुपुर के चुनावी मैदान में मुख्य मुकाबला झामुमो के मंत्री रफीजुल हसन और भाजपा के गंगा नारायण सिंह के बीच है. वैसे इस चुनाव में कुल छह लोगों ने नामांकन दाखिल किया है.