रांची : झारखंड में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने अपने संगठन को मजबूत बनाने के लिए कठोर कदम उठाना शुरू कर दिया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में पार्टी मुख्यालय रांची में एक बैठक हुई. इस बैठक में कई सारे बड़े फैसले लिये गये. इस बैठक में सभी जिला के अध्यक्ष, विधानसभा के प्रभारी, मोरचा संगठन के अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों को बुलाया गया था. इसमें तय किया गया कि जिन लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता अभी ली है, उनको पार्टी तीन साल तक कोई टिकट नहीं देगी. इसके अलावा पार्टी में किसी तरह का कोई पद भी नहीं मिल सकेगा. बैठक में लिये गये फैसले की जानकारी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी दी गयी है. इस बैठक में विधायक दल के नेता सह मंत्री आलमगीर आलम, कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, मानस सिन्हा, सांसद गीता कोड़ा, मंत्री बन्ना गुप्ता, मंत्री बादल पत्रलेख, विधायक दीपिका पांडेय सिंह, विधायक ममता देवी, विधायक अंबा प्रसाद, विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, संजय लाल पासवान, मानस सिन्हा, राजेश ठाकुर, भूषण बाड़ा समेत अन्य लोग मौजूद थे. बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि जो लोग विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस को छोड़ चुके थे, उन नेताओं को अगले छह साल तक कांग्रेस में वापस नहीं लिया जायेगा. इसके अलावा अगर कोई नेता या कार्यकर्ता को कांग्रेस में शामिल कराया जाता है तो उसकी मंजूरी पहले प्रदेश कांग्रेस कार्यसमिति से लेनी होगी, जिसमें तय होगा कि पार्टी में शामिल कराना है या नहीं.