नयी दिल्ली : झारखंड कांग्रेस के प्रभारी और कांग्रेस मंत्रिमंडल में पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रहे आरपीएन सिंह (रतनजीत प्रताप नारायण सिंह) ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया. अचानक से उन्होंने सुबह में अपने ट्विटर हैंडल पर इस्तीफा देने की घोषणा कर दी. उन्होंने अपने इस्तीफा को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दिया. इसके बाद वे दोपहर करीब तीन बजे नयी दिल्ली स्थित भाजपा के मुख्यालय में भाजपा में आरपीएन सिंह शामिल हो गये. आरपीएन सिंह को भाजपा में सदस्यता उत्तर प्रदेश के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उनका स्वागत किया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, अनुराग ठाकुर, भाजपा के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्र देव, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, राष्ट्रीय भाजपा के मीडिया के संयोजक डॉ अनिल समेत अन्य लोग मौजूद थे. (नीचे देखे पूरी खबर)
इस मौके पर आरपीएन सिंह का धर्मेंद्र प्रधान ने स्वागत किया और बताया कि उनके आने से भाजपा उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में काफी मजबूत होगी. आपको बता दें कि यह कांग्रेस को बड़ा झटका है, जो झारखंड कांग्रेस के प्रभारी भी थे. वे कांग्रेस में मनमोहन सिंह की सरकार में दो बार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जैसे पद पर रहे थे. बताया जाता है कि उनको भाजपा के टिकट से उत्तर प्रदेश के पडरौना से चुनाव लड़ेंगे, जहां से समाजवादी पार्टी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य को टिकट दिया जायेगा, जिसके लिए उनको लाया गया है. आरपीएन सिंह उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के स्टार प्रचार के रुप में सूची सोमवार को ही जारी की गयी थी, लेकिन दूसरे ही दिन उनका इस्तीफा कांग्रेस को बड़ा झटका मिला है. भाजपा के केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आरपीएन सिंह को पहले ही भाजपा में लाना हम चाहते थे. उनका आना शुभ संकेत है. (नीचे देखे पूरी खबर)
जानें कौन है आरपीएन सिंह, कांग्रेस के झारखंड प्रभारी रहे है
भाजपा में शामिल हो गये आरपीएन सिंह कांग्रेस के झारखंड प्रभारी थे. आरपीएन सिंह के उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल के पडरौना क्षेत्र के रहने वाले है. उनको कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश चुनाव में स्टार प्रचारक बनाया था. वे पहले पडरौना विधानसभा क्षेत्र से तीन विधायक रह चुके है, जहां से स्वामी प्रसाद मौर्य को टिकट दिया गया है. वे उस सीट से 1996, 2002 और 2007 में चुनाव पडरौना से विधानसभा का जीते थे. वे हेमंत सोरेन की सरकार में काफी पकड़ रखते थे. उनका रांची आना जाना लगा रहता था. आरपीएन सिंह 4 बार लोकसभा चुनाव लड़ चुका है. 1999 के लोकसभा चुनाव में आरपीएन सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे. वे भूतल परिवहन और सड़क राजमार्ग राज्य मंत्री रहे है जबकि पेट्रोलियम राज्य मंत्री और गृह राज्य मंत्री रहे है. आरपीएन सिंह 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी राजेश पांडेय ने 85540 मतों से पराचित किया है. (नीचे देखे पूरी खबर)
आरपीएन सिंह ने कहा-देर आये दुरुस्त आये, कांग्रेस में कुछ नहीं बचा है
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी रहे आरपीएन सिंह जब भाजपा में शामिल हुए, तब मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने कहा कि भाजपा ही देश का विकास कर सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अब 21वीं सदी की ओर जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश का विकास योगी जी ने किया है. उन्होंने कहा कि हमारे मित्र बोलते थे कि भाजपा में चले जाइये, लेकिन हम कहेंगे कि भाजपा में देर से आये, लेकिन दुरुस्त आये. उन्होंने कहा कि कांग्रेस से हमने राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी, लेकिन अब पार्टी में वह बात नहीं है, जिसका विचार लेकर भाजपा आगे बढ़ी थी.