रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर झामुमो, कांग्रेस और राजद की समन्वय समिति की पहली बैठक शुक्रवार को हुई. यह पहली बैठक थी, जिसमें मांडल के उपचुनाव, रांची हिंसा और राज्य में जारी कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति पर समीक्षा की गयी. गुरुजी शिबू सोरेन की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में समन्वय के साथ सरकार को चलाने का फैसला लिया गया. इसके अलावा तय किया गया कि हर हाल में मांडर का उपचुनाव में हर हाल में जीत सुनिश्चित की जायेगी. मांडर से कांग्रेस प्रत्याशी के लिए खुद राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनाव प्रचार करने जायेंगे. पूरी सरकार पूरी ताकत के साथ काम करेगी और पहले के दुमका और बेरमो के उपचुनाव की तर्ज पर मांडर का उपचुनाव में भी जीत दर्ज करेंगे. समन्वय समिति की बैठक में राज्यपाल के बढ़ते हस्तक्षेप को रोकने का फैसला लिया गया. राजभवन की भूमिका पर भी चर्चा की गयी. इसके अलावा रांची में हुई हिंसा के बाद राज्य की कानून व्यवस्था पर भी विस्तार से चर्चा की गयी. इस दौरान कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर भी चर्चा की गयी और तय किय ागया कि इन सारे कार्यक्रम को सफल बनाया जायेगा. राज्य की जनकल्याणकारी योजनाों को जनता तक पहुंचाने का भी संकल्प लिया गया. इस बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन ने अध्यक्षता की. इस बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मंत्री आलमगीर आलम, झामुमो के वरिष्ठ नेता विनोद पांडेय, राजद कोटे से मंत्री सत्यानंद भोक्ता, राज्य समन्वय समिति के सदस्य योगेंद्र प्रसाद और मांडर के पूर्व विधायक बंधु तिर्की शामिल हुए.