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jharkhand-government-झारखंड सरकार का भविष्य दिल्ली में हो रहा तय, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की चल रही क्लास, मंत्रियों के विभागों में हो सकता है बदलाव, नये चेहरे मंत्रिमंडल में पा सकते है जगह, पुराने बदले जायेंगे, विधायक अंबा प्रसाद और दीपिका का मुद्दा भी कांग्रेस मुख्यालय में पहुंची, बदले जा सकते है कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस कोटे के मंत्री

राशिफल

प्रतीकात्मक तस्वीर.

रांची : झारखंड की वर्तमान हेमंत सोरेन की सरकार स्थिर तो है, लेकिन इसको लेकर गतिरोध मंत्रिमंडल को लेक उत्पन्न हो गया है. मंत्रिमंडल में बदलाव की अटकलों के बीच राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव नयी दिल्ली तलब किये गये और वे लोग गुप्त तरीके से नयी दिल्ली पहुंच भी गये. बताया जाता है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव पहले गये और पीछे से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली गये है. बताया जाता है कि उनकी मुलाकात कांग्रेस के वरीय पदाधिकारी केसी वेणुगोपाल से मुलाकात हुई है और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी उनकी मुलाकात संभावित है. बताया जाता है कि कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के परफार्मेंस का अध्ययन होगा और मुख्यमंत्री से रिपोर्ट भी मंत्रियों की तलब की गयी है. शिकायतों की पूरी सूची भी मंगायी गयी है. मंत्रिमंडल के अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव चूंकि मंत्री भी है और कांग्रेस का नेतृत्व भी कर रहे है, इस कारण यह माना जा रहा है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर कोई नया चेहरा लाया जायेगा जबकि कांग्रेस कोटे से मंत्री के कामकाज की समीक्षा की जायेगी और कई बदलाव भी संभव है और नये चेहरे को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है. बताया जाता है कि सोनिया गांधी के कांग्रेस मुख्यालय में विधायक दीपिका पांडेय और अंबा प्रसाद का मामला भी पहुंच चुका है कि उन दोनों महिला विधायकों के खिलाफ अलग-अलग थाना में मुकदमा दर्ज हो चुका है और कांग्रेस और सरकार चुपचाप देख रही है. बताया जाता है कि दीपिका पांडेय सिंह और अंबा प्रसाद के खिलाफ अलग-अलग मामला में मुकदमा दर्ज हो चुका है. यहीं वजह है कि कांग्रेस आलाकमान नाराज है कि राज्य में कांग्रेस की सरकार रहते हुए विधायकों पर केस दर्ज हो रहा है और खुद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुपचाप देख रहे है. इस मामले में कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह की भूमिका पर भी सवाल उठाये गये है. महगामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह और बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद का कांग्रेस में अलग पहचान है और हाल ही में दीपिका पांडेय सिंह को कांग्रेस ने राष्ट्रीय सचिव जैसे महत्वपूर्ण पद पर आसीन कराया है. बताया जाता है कि कांग्रेस की नाराजगी इस बात से भी है कि खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर कई आरोप लगे है, लेकिन उनके खिलाफ एफआइआर तक नहीं होता है और कांग्रेस के विधायकों पर एफआइआर होता रह रहा है, जो गलत है.

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