सरायकेला : सरायकेला के विधायक सह मंत्री चंपई सोरेन ने भाजपा नेता गणेश महाली द्वारा बुजुर्ग होकर रिटायरमेंट लेने की दी गयी सलाह पर पलटवार किया है. चंपई सोरेन ने कहा है कि सरायकेला क्षेत्र के कुछ छुटभैया नेता हाथ पांव मार रहे है, लेकिन जमीन से जुड़ा नेता वे ही है. कोल्हान के सबसे बड़े आंदोलनकारी नेता दिवंगत देवेंद्रनाथ चांपिया के बाद वे ही ऐसे व्यक्ति है, जो यहां के जल, जंगल और जमीन से जुड़कर लोगों के कल्याण के लिए निरंतर प्रयास कर रहे है. उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के संकल्प यात्रा को लेकर भी भाजपा को आड़े हाथों लिया और कहा कि भाजपा के तीन तीन मुख्यमंत्री बने है. 23 सालों में चार बार उनके ही मुख्यमंत्री बने है और अब कहते है कि विकास नहीं हुआ है झारखंड का. यह कैसी विडंबना है. उन्हंने कहा कि रघुवर दास के कार्यकाल में सबसे ज्यादा कारखाना बंद हुआ. (नीचे भी पढ़ें)
इसको खुलवाने का किसी तरह का कोई प्रयास नहीं हुआ. जब मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा थे, तब अभिजीत स्टील को स्थापित करने के लिए जमीन का अधिग्रहण कराया, लेकिन यह कंपनी आज तकनहीं खुल पाया और बेकार पड़ा हुआ है. किसानों के बारे में नहीं सोचा जबकि हम लोगों ने यहां किसानों को साल भर खेती का इंतजाम कराया है. कोल्हान में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाया है. सदर अस्पताल में आइसीयू की सुविधा बहाल ीकी है. 25 बेड का अस्पताल खुलवाया है. 75 फीसदी स्थानीय लोगों को नौकरी देना सुनिश्चित कराया गया है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा अब सभी विभागों में स्थायी नौकरी दी जा रही है. यह सरकार की बड़ी उपलब्धि है. कुचाई में अस्पताल खुलवाया गया जबकि गम्हरिया में पीपीपी मोड में अस्पतालों में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं लोगों को मिल सकी. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता कहते है कि विकास नहीं हुआ है, यह बताता है कि भाजपा ने कोई काम नहीं किया है और अब जाकर काम हो रहा है.