रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक दल की बैठक शनिवार को दोपहर बाद समाप्त हो गयी. करीब चार घंटे तक चली इस बैठक की अध्यक्षता राज्यसभा सांसद और पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन ने की. श्री सोरेन ने यहां मीटिंग की शुरुआत की. इस दौरान राज्य सरकार को अस्थिर करने को लेकर जो रणनीति बनायी गयी है, उन सारी रणनीति को लेकर विस्तार से चर्चा की गयी. इसके अलावा राज्यसभा के होने वाले चुनाव पर भी विस्तार से चर्चा की गयी. राज्यसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर विधायकों को संबोधित किया. बताया जाता है कि उम्मीदवार को लेकर भी विचार हुआ, लेकिन विधायकों ने इस मसले पर फैसला लेने के लिए गुरुजी शिबू सोरेन और कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अधीकृत कर दिया गया. इस दौरान गठबंधन दल कांग्रेस से बातचीत करने के लिए पार्टी ने हेमंत सोरेन को ही अधिकृत कर दिया गया. तय किया गया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शनिवार की शाम को नयी दिल्ली जायेंगे और कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. इस दौरान यह प्रयास होगा कि कांग्रेस की भी सहमति बनायी जाये. (नीचे देखे पूरी खबर)
यह तय हुआ कि झामुमो राज्यसभा में अपना प्रत्याशी खड़ा करेगा, जिसका समर्थन कांग्रेस से मांगी जायेगी. बैठक के बाद पत्रकारों से झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बैठक में पार्टी ने अपना प्रत्याशी राज्यसभा में उतारेगी. हर हाल में प्रत्याशी झामुमो का होगा. हेमंत सोरेन शनिवार को ही नयी दिल्ली जाकर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे और फैसला लेंगे. कांग्रेस यह आग्रह करेगा कि पार्टी का प्रत्याशी राज्यसभा जाये, इसके बाद प्रत्याशी की अधिकारिक घोषणा कर दी जायेगी. बैठक में यह भी तय किया गया कि झामुमो अब सरना धर्म कोड को लेकर आंदोलन को तेज करेगा. इसको लेकर पार्टी के विधायक और सारे बड़े नेता राष्ट्रपति के पास जायेंगे. राष्ट्रपति के साथ उनकी मुलाकात होगी और मांग करेंगे कि हर हाल में संसद में इसको कानून बनाकर पारित कराया जाये. इसके अलावा भाजपा की साजिशों को जनता तक पहुंचाने का भी फैसला लेगी. केंद्रीय जांच एजेंसियों के माध्यम से सरकार को अस्थिर करने की साजिशों का भंडाफोड़ जनता के बीच करने का फैसला लिया गया. पंचायत चुनाव के बाद झामुमो इस मसले पर आंदोलन करेगा.