जमशेदपुर/सरायकेला : पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि को लेकर कांग्रेस सहित समूचा विपक्ष आंदोलित है. देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपए प्रति लीटर को पार कर चुकी है. बताया जाता है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में वर्तमान समय में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें कम है, बावजूद इसके अपने देश में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें आसमान छू रही है. इसका सीधा असर गरीबों और मध्यम वर्गीय परिवार को उठाना पड़ रहा है. कांग्रेस के बाद अब झारखंड मुक्ति मोर्चा ने केंद्र सरकार के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया है. जहां सोमवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के सैकड़ों नेता रिक्शा चलाकर पूर्वी सिंहभूम जिला मुख्यालय तक विरोध करते हुए पहुंचे. (नीचे पढ़े और खबरें)
झामुमो नेताओं ने इस दौरान केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा वहीं झामुमो नेत्रियों ने जमीन पर खाना खाकर केंद्र सरकार के प्रति नाराजगी जताई. झामुमो नेताओं ने केंद्र सरकार पर अंबानी और अडानी घरानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों पर नकेल कसने में विफल बताया. इधर सरायकेला-खरसावां जिला झामुमो ने भी केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जिले के उपायुक्त से मुलाकात कर एक मांग पत्र सौंपा है. (नीचे पढ़े और खबरें)
वैसे झामुमो का केंद्र सरकार के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन चल रहा है. इसके तहत पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि और किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार की बेरुखी का झामुमो विरोध कर रही है. सोमवार को जिले के उपायुक्त को सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से झामुमो नेताओं ने बताया, कि पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी से गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार पूरी तरह से टूट चुकी है. इन्होंने केंद्र सरकार पर किसानों के आंदोलन की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया. वहीं इन्होंने जल्द से जल्द पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी वापस लिए जाने की मांग की है. साथ ही किसानों के मामले में भी नरमी बरतने और किसानों की मांगों पर विचार करने की मांग की है.