रांची : झारखंड की राजनीति में नये बदलाव लाने वाले झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की अपनी पार्टी झारखंड विकास मोरचा (झाविमो) के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में विलय किये जाने को चुनाव आयोग द्वारा मंजूरी दे दी गयी है. इसके बाद भी अब तक भाजपा की ओर से नेता प्रतिपक्ष के लिए नामित पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा मंजूरी नहीं दी गयी है. इस बीच अब कानूनी बाध्यता भी हो जायेगा कि बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की मंजूरी दी जाये क्योंकि अब चुनाव आयोग का कोई भी आपत्ति नहीं है. वहीं, झाविमो के एक धड़ा बंधु तिर्की और प्रदीप यादव द्वारा कांग्रेस में विलय किये जाने की दी गयी याचिका को चुनाव आयोग ने खारिज भी कर दी है. ऐसे में अब यह मांग तेज हो गया है कि बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष बना दिया जाये. वैसे अब तक झारखंड विधानसभा बिना विपक्ष के नेता के ही संचालित हो रही है. इस बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि वे खुद से इसकी लड़ाई अब लड़ने जा रहे है क्योंकि अनैतिकता से प्रतिपक्ष के नेता पर बाबूलाल मरांडी को आसीन होने नहीं दी जा रही है. वैसे आपको बता दे कि इसी साल फरवरी माह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा में झाविमो का विलय हुआ था.
दूसरी ओर, झाविमो के पूर्व जमशेदपुर महानगर जिला अध्यक्ष सह भाजपा नेता बबुआ सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जेवीएम का भाजपा में विलय का आयोग के फैसले का हृदय से स्वागत करते हुए कहा लोकतंत्र की जीत हुई है. बबुआ सिंह ने कहा किसी शायर ने सच ही कहा है “सच्चाई छुप नहीं सकती बनावट के उसूलों से वसूलो से” पोड़ैयाहाट के विधायक प्रदीप यादव एवं मांडर विधायक बंधु तिर्की के कांग्रेस में विलय के प्रयास पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री (झाविमो सुप्रीमों) बाबूलाल मरांडी द्वारा झारखंड विकास मोर्चा को भाजपा में विलय को गलत ठहराने का प्रयास विफल हुआ और आयोग ने झारखंड विकास मोर्चा को भाजपा में विलय के प्रक्रिया को सही ठहराते हुए पोरैयाहाट विधायक प्रदीप यादव एवं मांडर विधायक बंधु तिर्की के मंसूबे पर पानी फेर दिया और मुंगेरी लाल के हसीन सपने टूट गए.
बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष बनाये जाने के रास्ता मे रोड़ा बने झामुमो के मंसूबों पर भी करारा तमाचा लगा है, अब हर हाल में विधानसभा स्पीकर को नेता-प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के रूप में मान्यता प्रदान करनी होगी. भाजपा नेता बबुआ सिंह ने हेमंत सरकार पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि एक रूपये में महिला के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री भाजपा सरकार ने शुभारंभ कर महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक सशक्त पहल की थी, जिसे झारखंड के साढ़े तीन करोड़ जनता ने सराहा था. आज हेमंत सरकार 1 रूपये में होने वाली महिला के नाम रजिस्ट्री बंद का ऐलान कर महिलाओ के साथ विश्वासघात किया है जो अति निंदनीय है. भाजपा जमशेदपुर महानगर कड़ी शब्दों में निन्दा करती है.