
सरायकेला : कृषि बिल संशोधन के खिलाफ कांग्रेस एक बार फिर से केंद्र सरकार से दो- दो हाथ करने सड़क पर उतरने जा रही है. वैसे सदन में बिल के खिलाफ पूरा विपक्ष केवल हंगामा ही करता रहा. जहां लोकसभा और राज्यसभा से यह बिल पास हो गया और बिल राष्ट्रपति के पास भेज दिया गया है. जहां राष्ट्रपति को अंतिम फैसला लेना है. इधर सदन में बिल पास होते ही पूरा विपक्ष अब सड़क पर उतर गया है तमाम विपक्ष कृषि दिल को किसानों के खिलाफ बताते हुए सड़कों पर आंदोलन में जुट गई है इधर झारखंड कांग्रेस की ओर से आगामी 28 सितंबर को राजभवन मार्च किया जाएगा. इसको लेकर कांग्रेसी रणनीति बनाने में जुटी हैं. जहां सरायकेला खरसावां जिला कांग्रेस की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बिल को किसान विरोधी बताते हुए पुरजोर तरीके से विरोध किए जाने की बात कही गई. इस संवाददाता सम्मेलन में कोल्हान प्रवक्ता राकेश तिवारी मौजूद थे. इन लोगों ने कहा कि इस बिल में कई सारी खामियां है, जिससे किसानों की हालत बदतर हो जायेगी. कांग्रेसियों ने बताया, कि इससे किसान पूरी तरह से तबाह हो जाएंगे. पूंजीपति और बिचौलिए हावी हो जाएंगे. किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल सकेगा. वैसे सदन में मुंह की खाने के बाद अब सड़क पर विपक्ष कितना असरदार होता है, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. फिलहाल बिल राष्ट्रपति के पास लंबित है जहां अंतिम फैसला राष्ट्रपति को लेना है.