चाकुलिया : आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, बहरागोड़ा विस सीट पर गतिविधियां रोचक होती जा रही हैं. बहरागोड़ा विस सीट एक प्रमुख सीट के तौर पर उभरी है. सत्ताधारी भाजपा तथा झामुमो, दोनों दल इस सीट के लिये पूरी ताकत झोंकने को तैयार हैं. इस सीट पर चुनाव लड़ने के लिए भाजपा से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी और समीर महंती ऐड़ी-चोटी एक किये हुए हैं. दोनों नेता अपने-अपने समर्थकों के साथ लगातार ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर ग्रामीणों के साथ बैठक कर रहे हैं और सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दे रहे हैं. क्षेत्र में दौरा कर पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं. वहीं विपक्षी दल झामुमो के युवा विधायक कुणाल षाड़गी भी भाजपा के दोनों दिग्गज नेताओं को अकेले ही विस क्षेत्र में दौरा कर और ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान कर चुनौती दे रहे हैं. दूसरी तरफ पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे पूर्व मंत्री डॉ दिनेश षाड़ंगी की वापसी की खबर ने झामुमो खेमे के कार्यकर्ताओं में उत्साह भर दिया है. दरअसल, इस क्षेत्र में, डॉ षाड़ंगी का अपना एक वोट बैंक है, सपोर्ट है, जो किसी पार्टी के झंडे का मोहताज नहीं है और झामुमो का मानना है कि डॉ षाड़ंगी के स्वास्थ्य लाभ करने के बाद उनकी सार्वजनिक जीवन में वापसी से निश्चित तौर पर कुणाल षाड़ंगी को विस चुनाव में काफी सपोर्ट मिलेगा. दूसरी तरफ डॉ गोस्वामी लगातार जनसंपर्क में लगे हुए हैं, तो समीर मोहंती ने बहरागोड़ा में एक कार्यालय खोल कर उनकी परेशानियां बढ़ा दी है. पिछले दिनों समीर महंती ने चाकुलिया के धर्मशाला प्रांगण में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर कहा कि यह चुनाव उनका अंतिम चुनाव है. वहीं कार्यकर्ताओं ने भी पूरे जोश के साथ समीर महंती को चुनाव लड़ने की बात कही. भाजपा के लिये बहरागोड़ा विस सीट काफी रोचक होती जा रही है. एक तरफ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी हैं, तो दूसरी तरफ युवा नेता समीर महंती. दोनों ही लगातार क्षेत्र का दौरा कर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं. अब देखना यह है कि पार्टी किसे टिकट देती है और किसे नहीं. बहरागोड़ा विधानसभा चुनाव का परिणाम तो भविष्य ही बतायेगा, लेकिन निश्चित तौर पर यह चुनाव पिछले बार से अलग होने की संभावना है.