शार्प भारत डेस्क : कार्तिक मास की अमावश्या को मनाया जाने वाला दीपावली का पर्व जिसे हम दीपोत्सव के रूप में मनाते है, इस बार गुरुवार को है. दीपावली हिन्दुओं के मुख्य त्योहारों में से एक है. इस वर्ष 2021 में दीपावली 4 नवंबर, गुरुवार को मनाया जाएगा. पौराणिक मान्यता है कि इस दिन भगवान राम 14 वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे और उस दौरान उन्होंने रावण का वध भी किया था. भगवान राम 14 साल बाद अपनी नगरी अयोध्या सकुशल लौटे, इसके लिए अयोध्यावासियों पूरी नगरी को उनके स्वागत के लिए दीप व फूलों से सजाया था. तब से दीपावली का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. दीपावली की शुरुआत धनतेरस के दिन से ही हो जाती है. वहीं 6 नवंबर भाई दूज के साथ संपन्न होगी. (नीचे भी पढ़ें)
शुभ मुहू्र्त-
अमावश्या तिथि प्रारंभ- 4 नवंबर को प्रातः 6 बजकर 3 मिनट से
अमावश्या तिथि समापनः 5 नवंबर को प्रातः 2 बजकर 44 मिनट तक.
पूजन का शुभ मूहुर्त-
4 नवंबर गुरुवार को शाम 06 बजकर 09 मिनट से रात्रि 08 बजकर 20 मिनट तक. (नीचे भी पढ़ें)
पूजन विधि-
दीपावली के दौरान मां लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा की पूजा की जाती है. इस दिन भगवान गणेश व लक्ष्मी को धूप, दीप, अगरबत्ती जलाकर पूजा अर्चना की जाती है. वहीं मीठे में भगवान को खीर, हलवा, मोदक का भोग लगाया जाता है. इस दिन खास कर लावा व रंग बिरंगे मिठाई मां लक्ष्मी गणेश को चढ़ाया जाता है.