जमशेदपुर : बागबेड़ा में श्रीश्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति द्वारा ग्रामीण परिवेस के आधार पर पंडाल का निर्माण हो रहा है. श्रीश्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति की स्थापना 1962 में हुई. दुर्गा पूजा स्थापना के 60 साल के बाद पहली बार पूजा का आयोजन महिलायों के द्वारा किया जा रहा है. पूर्वी सिंहभूम जिला में शहरी क्षेत्र के अलावा बागबेड़ा कॉलोनी ग्रामीण क्षेत्र होने के बावजूद संसाधनों के आभाव में भी यहां भव्य रूप से दुर्गा पूजा आयोजित की जाती है. इस बार दुर्गा पूजा दो साल के अंतराल में हो रहा है. जिसमे महिलाएं पूजा समिति की हर महत्वपूर्ण पद पर है और इनके नेतृत्व में ही पूजा के सभी कार्यक्रम का आयोजन होगा. इस बार पूजा का थीम पूरी तरह से ग्रामीण परिवेस पर आधारित है. पंडाल में ग्रामीण कारीगरों द्वारा भित्र-भित्र कलाकित्यों के माध्यम से महिलाओं के ग्रामीण संस्कृति को दिखाया गया है. इसके अलावा पुराणी पारंपरिक पूजा में उपयोग में आने वाली वस्तुओं की भी झलक देखने को मिलेगी जिसमें हाथकरघा गमछा, ताल पंखे, मिट्टी के मटके एवं चुक्को का उपयोग किया गया है. इस बार का पूजा पंडाल इको-फ्रेंडली है और इससे वातावरण को कोई नुकसान नहीं होगा, एवं समाज में व्याप्त कुरीतियों में नशा, भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, बुजुर्गों का अपमान, संक्युत परिवार जो अब के आधुनिक युग में एकल परिवार बन कर रह गया है थीम के माध्यम से इसे दर्शाया गया है. (नीचे पढ़ें पूरी खबर और देखे वीडियो)
वाहनों का पार्किंग
स्टेशन लाल बिल्डिंग से आने वालो के लिए चित्रगुप्त पूजा मैदान और गणेश पूजा मैदान में, जुगसलाई और डीबी रोड के तरफ से आने वालो के लिए डिस्पेंसरी मैदान में पार्किंग की सुविधा दी गयी है. वहीं भोग समिति द्वारा घर-घर जाकर वितरित किया जायेगा. समिती में 100 वोलेटीएर काम करेंगे. वहीं उद्घाटन पंचमी यानी शुक्रवार को होगा. कार्यक्रम में पष्टि के दिन वरिष्ट नागरिक सम्मान, दीपयग, सह डांडिया, महासप्तमी के दिन अंतरराष्ट्रीय उऊ नृत्य, महाअष्टमी के दिन पूर्व अध्यक्ष सम्मान एवं सम्मानित अतिथि सम्मान कार्यक्रम, महानवमी के दिन भजन संध्या, नव कुण्डीय हवन सह 108 कन्या पूजन और दशमी के दिन सिंदूर खेला, विसर्जन सह समय निकता जायेगा. इस दौरान समिति की ओर से अध्यक्ष मंजू सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष अंशुल कुमार, रोहन सिंह (सेतु), महासचिव मुदिता सिंह, अभिजित सिंह, उपाध्यक्ष बबिता सिंह, झरना मिश्रा, सुजाता सिंह, सुरज शर्मा, सचिव संध्या सिंह, सीमा सिंह, अंजू देवी, संगीता सिंह सुरक्षा शर्मा और कोषाध्यक्ष प्रतिमा मुंडा, उदय भगत शामिल रही.