
शार्प भारत डेस्क : सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर 2022 दिन मंगलवार को सूर्य ग्रहण 4 बजकर 49 मिनट से 6 बजकर 06 मिनट तक रहेगा. वहीं सूर्य ग्रहण की समय अवधि कुल 1 घंटे 17 मिनट होगा. वहीं सूर्य ग्रहण उत्तर-पूर्वी हिस्सों में सबसे पहले दिखेगा. जमशेदपुर में स्पर्श संध्या 4 बजकर 48 मिनट और मोक्ष संघ्या 5 बजकर 12 मिनट बजे तक होगा. बता दें कि यह साल 2022 का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा और भारत में भी दिखाई पड़ेगा. (नीचे भी पढ़ें)

दिवाली-गोवर्धन उत्सव पर सूर्य ग्रहण 2022 का प्रभाव
25 अक्टूबर 2022 दिन मंगलवार को सूर्य ग्रहण तुला राशि में लगने जा रहा है. यह आंशिक सूर्यग्रहण है, जो दुनियाभर के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा. यह भारत के अलावा यूरोप, पूर्वोत्तर अफ्रीका, दक्षिण पश्चिम एशिया और अटलांटिक में दिखाई देगा. दिवाली के पर्व पर इसका कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा. लेकिन सूर्यग्रहण की वजह से गोवर्धन पूजा दिवाली के एक दिन बाद नहीं की जाएगी बल्कि सूर्यग्रहण के अगले दिन की जाएगी. ऐसे में सूर्यग्रहण का प्रभाव दिवाली व गोवर्धन पूजा पर नहीं पड़ेगा. हालांकि इसका सूतक काल 24 अक्टूबर यानी कि दिवाली की रात से लग जाएगा. जिसे सिद्धि और तंत्र साधना के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है. इस दौरान यदि आप रात भर मां लक्ष्मी के मंत्रों का विधि-विधान से जाप करते हैं तो मां लक्ष्मी की विशेष कृपा आपको प्राप्त होगी. (नीचे भी पढ़ें)
सूर्य ग्रहण 2022 से किन चार राशियों को रहना होगा सतर्क-

वृषभ राशि- सूर्यग्रहण के दौरान वृषभ राशि के लोगों को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। इन जातकों को स्वास्थ्य के प्रति अधिक सर्तक रहना होगा। आशंका है कि स्वास्थ्य संबंधी कोई गंभीर समस्या आपको परेशान कर सकती है।

मिथुन राशि- सूर्यग्रहण के दौरान मिथुन राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति में काफी बदलाव देखने को मिल सकते हैं। आशंका है कि आपका भाग्य साथ नहीं देगा, जिसके चलते आपका मन विचलित हो सकता है। इस अवधि के दौरान आपको सर्तक रहने की जरूरत है क्योंकि संभवतः किसी प्रकार की धन हानि हो सकती है।

कन्या- कन्या राशि के जातकों को इस समय के दौरान अपने पैसे का बजट बना कर चलना चाहिए। ज्यादा खर्च करने से बचें क्योंकि ज्यादा खर्च आपको मानसिक तनाव दे सकते हैं। इस दौरान किसी भी तरह का निवेश करने से बचें।

तुला राशि – सूर्यग्रहण तुला राशि में ही होने जा रहा है। इसलिए सबसे अधिक प्रभाव तुला राशि में ही दिखाई देगा। इसलिए आपको बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है. गर्भवती महिलाएं इन चीजों का रखें खास ख्याल पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्य ग्रहण गर्भवती महिलाओं और गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए अशुभ होता है क्योंकि ग्रहण के दौरान नकारात्मक शक्तियां ज्यादा सक्रिय हो जाती हैं. इसलिए गर्भवती महिलाओं को अत्यधिक सावधान रहने की सलाह दी जाती है. (नीचे भी पढ़ें)
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर जाने की मनाही होती है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे सूर्य ग्रहण का प्रभाव गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है. गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण नहीं देखना चाहिए. गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण शुरू होने से पहले और बाद में नहाना चाहिए. सूर्य ग्रहण के दौरान नुकीली चीजें जैसे कि चाकू, सुई आदि इस्तेमाल करना वर्जित माना जाता है. सूर्य ग्रहण के दौरान गहने या धातु से बनी वस्तुएं जैसे कि सेफ्टी पिन, हेयर पिन आदि न पहनें. सूर्य ग्रहण के दौरान सोना अशुभ माना जाता है. इसलिए गर्भवती महिलाओं को सलाह दी जाती है कि ग्रहण के दौरान न सोएं. ग्रहण के दौरान अपने कमरे में सूर्य की किरण न आने दें. कुल मिलाकर किसी भी रूप में सूर्य के संपर्क में नहीं आना चाहिए. ज्योतिषीय सुझाव की बात करें तो सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने बिस्तर पर दूर्वा (दूब घास) के साथ बैठना चाहिए.

प्रस्तुति – ज्योतिषाचार्य पंडित राजेश पाठक
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