जमशेदपुर : तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के महामंत्री बनने के बाद पहली बार लौहनगरी पहुंचे सरदार इंदरजीत सिंह का जोरदार स्वागत किया गया। कांदरबेड़ा जगजीत होटल, पंजाब होटल, पारडीह काली मंदिर से टेल्को स्थित निवास स्थल पहुंचने में चार घंटे से ज्यादा का समय लग गया। शुक्रवार को जमशेदपुर के पंथिक इतिहास में एकता की नई इबारत भी लिखी गई। जब कंदरबेड़ा में झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह एवं साकची गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सरदार हरविंदर सिंह मंटू भी अपने समर्थकों के साथ स्वागत को पहुंचे। फिर तो इन तीनों के साथ ही मानगो गुरुद्वारा कमेटी प्रधान भगवान सिंह, सतनाम सिंह सिद्धू, गुरचरण सिंह बिल्ला, संता सिंह, कुलदीप सिंह, सुरजीत सिंह खुशीपुर, शमशेर सिंह सोनी, सतवीर सिंह सोमू, दमनप्रीत सिंह, इंदर सिंह, सुरिंदर सिंह शिंदा, कुलविंदर सिंह पन्नू एक लय में नजर आए।
सरदार इंदरजीत सिंह ने संत कुटिया, मानगो, ह्यूम पाइप, साकची, टेल्को गुरुद्वारा में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के आगे नतमस्तक हुए और शुकराना अदा किया। वही खुदीराम चौक में शहीद खुदीराम बोस की प्रतिमा में माल्यार्पण कर शहादत को भी प्रणाम किया। (नीचे भी पढ़ें)
साकची में झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड कार्यालय में उनका स्वागत आतिशबाजी और ढोल ताशा की धुन के साथ किया गया। भारतीय जनतंत्र मोर्चा नेता एवं इंटक नेता जोगिंदर सिंह जोगी ने डेढ़ सौ किलो की माला पहनाकर अभिनंदन किया। वहीं झारखंड विकास मंच के अध्यक्ष गुरदीप सिंह पप्पू, प्रधान दलबीर सिंह, हरजिंदर सिंह, इंद्रपाल सिंह, सतिंदर पाल सिंह बंटी, अग्रहरी समाज के युवराज अग्रहरी, ज्ञानी गुरुदयाल सिंह, जसबीर सिंह सोनी ने सिरोपा देकर सम्मानित किया। साकची गुरुद्वारा में संगत की ओर से प्रधान हरविंदर सिंह मंटू, चेयरमैन गुरुदेव सिंह राजा, कैशियर अजीत सिंह गंभीर, सचिव दलबीर सिंह वाइस प्रेसिडेंट सुखविंदर सिंह राजू, निशान सिंह, स्त्री सत्संग सभा प्रधान गुरमीत कौर ने सिरोपा देकर सम्मानित किया। वही रिफ्यूजी कॉलोनी के गुरुद्वारा के प्रधान हरमिंदर सिंह मिंदी, बारीडीह गुरुद्वारा के प्रधान जसपाल सिंह, रंगरेटा विकास मंच रंगरेटा महासभा नामदा बस्ती गुरुद्वारा समिति बिरसा नगर गुरुद्वारा समिति तार कंपनी गुरुद्वारा समिति मनी फीट गुरुद्वारा समिति और टेल्को गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान गुरमीत सिंह तोते एवं उनकी टीम ने उन्हें सिरोपा देकर सम्मानित किया। (नीचे भी पढ़ें)
तेरह राज्य के सिख हैं मेरा परिवार : इंदरजीत
लौहनगरी पहुंचते ही तखत श्री हरमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधन कमेटी के महासचिव सरदार इंदरजीत सिंह ने साफ कर दिया कि उनकी उनकी ओर से तेरा मेरा कुछ भी नहीं होगा। उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वी भारत में बिहार झारखंड, मेघालय मिजोरम तक के तेरह राज्य में बसे सभी सिख उनके परिवार के सदस्य हैं। एक एक सिख के उत्थान, कल्याण एवं एकता उनके जीवन का उद्देश्य है और सभी को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के साथ जोड़ना मूल मंत्र है। श्री गुरु ग्रंथ साहिब मानवता का संदेश देती है एकता का संदेश देती है इसमें हिंदू संतो, मुस्लिम पीर फकीरों, भाटों और गुरुओं की वाणी है जो यही संदेश देती है कि पूरी मानव जाति एक परम ईश्वर की संतान हैं। वहीं उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य जमशेदपुर ही नहीं सभी सिखों और गैर सिखो में भाईचारा एकता को मजबूत करना है। इसके लिए जो कुछ करना होगा वह तख्त की ओर से करेंगे। उन्होंने अपने प्रति प्यार और सहयोग जताने के लिए सभी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ओं एवं संगत के प्रति आभार भी प्रकट किया।