जमशेदपुर : बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी के पूर्व प्रधान अमरजीत सिंह भामरा और साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सीनियर मीत प्रधान जोगिंदर सिंह जोगी ने कहा कि हरमिंदर सिंह मिंदी चुनाव मैदान से भाग रहे हैं। उन्हें बुरी तरह से हार का डर सताने लगा है। वे पांच सदस्यीय चुनाव समिति की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं और न्यायालय में जाने की बात कर रहे हैं। पंथ और कौम की सोच एवं दर्द रखने वाला व्यक्ति न्यायालय नहीं, बल्कि संगत की शरण में जाता है। वे श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज की शरण में जाएं और पांच मिनट वाहेगुरु का सिमरन करें और उसके बाद सोचें कि क्या टिनप्लेट, सोनारी एवं सीतारामडेरा गुरुद्वारा कमेटी को वोट डालने का अधिकार मिलना चाहिए। सीतारामडेरा एवं टिनपलेट में प्रक्रिया चल रही है, तो सोनारी का मामला एसडीओ कोर्ट में विचाराधीन है। पिछली बार वे खामोश क्यों थे जब गौरी शंकर रोड जुगसलाई, जेमको एवं बिष्टुपुर गुरुद्वारा कमेटी को वोटिंग राइट नहीं मिला था। (नीचे भी पढ़ें)
उन्होंने कहा है कि उन्हें वोटिंग राइट नहीं देकर कौन सा गलत काम किया गया है जो सरदार मिन्दी न्यायालय जाने का हवाला देते हुए चुनाव बायकॉट की धमकी दे रहे हैं। और दुसरी तरफ वोटरों को कह रहे है कि सोच समझ के वोट दें। वो उन्हें बताने की जरूरत नहीं है, संगत समझदार है। सरदार मिंदी सब जगह कहते है कि पिछले 25 सालो से कॉलोनी गुरुद्वारे की सेवा कर रहा हूं। आज तक उन्होंने ऐसी क्या उपलब्धि हासिल की है। वह तो कम से कम समाज को बताएं और समाज के बुद्धिजीवी को जिसकी सभी इज्जत करते हैं। उसे दलाल कहना उन्हें शोभा नहीं देता। वह भी पिछले 6 सालों से कॉलोनी गुरुद्वारा के प्रधान हैं। 6 सालों में समाज के लिए क्या किया? वह भी तो संगत को बताएं न कि किसी के ऊपर आरोप लगा दें। (नीचे भी पढ़ें)
उन्होंने कहा है कि हरमिंदजर सिंह मिंदी को यह शोभा नहीं देता। वह इस तरह की जो बातें कह रहे हैं, उससे प्रतीत होता है कि उन्हें हार का बहुत ज्यादा डर सता रहा है। लेकिन सरदार भगवान सिंह ने जो वादा किया है उसे हम सब मिलकर पूर्ण रूप से मुकाम तक ले जाएंगे और पिछले 6 सालों में सरदार भगवान सिंह द्वारा किए गए कार्यों के चलते ही जमशेदपुर के समूह गुरुद्वारों के वोटर आज उनके साथ हैं और इसी तरह सारी संगत का सहयोग लेकर सरदार भगवान सिंह आने वाले समय मैं भी सीजीपीसी के मुख्य सेवादार के पद पर रहते हुए ऐतिहासिक काम करेंगे।