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tata-steel-adventure-foundation-टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन के छह एथलीट वोरोनिश, रूस के वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप 2021 में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे, भारत से कुल 7 एथलीट रूस जायेंगे, जिसमें 4 लड़के और 3 लड़कियां शामिल हैं

राशिफल

जमशेदपुर : टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) 21 से 31 अगस्त तक रूस के वोरोनिश में होने वाले वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने के लिए छह युवा एथलीटों को भेज रहा है. टीएसएएफ स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग एकेडमी से यह एथलीटों का सबसे बड़ा प्रतिनिधित्व है, जो इस सलाना चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगे. तीन आयोजकों सहित 10 सदस्यीय भारतीय दल दो आयु वर्ग श्रेणियों में ’’यूथ ए (16 से 18 वर्ष)’’ और ’’यूथ बी (14 से 16 वर्ष)’’ में तीन अलग-अलग विषयों यानी लीड, स्पीड और बोल्डरिंग इवेंट में प्रतिस्पर्धा करेगा. टाटा स्टील आर्थिक रूप से टीम इंडिया को सपोर्ट कर रहा है. इससे पहले इस वर्ष जून में इसने टीएसएएफ स्पोर्ट क्लाइंबिंग ट्रेनिंग सेंटर, जमशेदपुर में सभी प्रतिभागी एथलीटों और अधिकारियों की मेजबानी की थी और टीम का चयन करने के लिए ट्रायल आयोजित करने में इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन (आईएमएफ) को भी सपोर्ट प्रदान किया था. टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन के चेयरमैन और टाटा स्टील के कॉर्पोरेट सर्विसेज के वाईस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी ने कहा कि यह टाटा स्टील और टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है. हमें यह देखकर खुशी हो रही है कि टीएसएएफ में प्रशिक्षित युवा लड़कियां और लड़के इस साल रूस में आयोजित होने वाले वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप जैसे अंतरराष्ट्रीय इवेंट में इतनी बड़ी संख्या में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. हमारा टाटा स्टील परिवार भारतीय टीम और दुनिया भर से हिस्सा लेने वाले सभी एथलीटों को शुभकामनाएं देता है. पिछले कुछ वर्षों में टीएसएएफ एक संस्था के रूप में काफी विकसित हुआ है और भारत में खेलों को समर्थन देने के लिए टाटा स्टील की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता का एक अभिन्न अंग है. (नीचे पूरी रिपोर्ट पढ़ें)

जुलाई 2021 में टीएसएएफ द्वारा स्थापित भारत की पहली आवासीय स्पोर्ट क्लाइंबिंग एकेडमी निश्चित रूप से भारत में स्पोर्ट क्लाइंबिंग को बढ़ावा देगी. फाउंडेशन एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देना और होनहार प्रतिभाओं के लिए एक सक्षम इकोसिस्टम बनाने का काम जारी रखेगा. प्रख्यात भारतीय पर्वतारोही और टीएसएएफ की फाउंडर डायरेक्टर बछेंद्री पाल ने झंडी दिखाकर टीम इंडिया को रवाना किया. इस अवसर पर उन्होंने खिलाड़ियों के सामने आने वाली चुनौतियों और विजेता के रूप में उभरने के अपने अनुभव भी साझा किए. सुश्री पाल ने 1993 के 21 सदस्यीय इंडो-नेपलीज वूमेंस एवरेस्ट एक्सपेडिशन का नेतृत्व किया था और अपने पहले ही प्रयास में माउंट एवरेस्ट के शिखर को सफलतापूर्वक फतह करने वाला यह पहला अंतर्राष्ट्रीय महिला अभियान था, जिसके सभी सदस्य महिला ही थी. टीएसएएफ के हेड हेमंत गुप्ता ने कहा कि वोरोनिश में आयोजित होने वाला वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप भारतीय टीम के लिए एक अमूल्य अवसर प्रदान करेगा, क्योंकि वे दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे. हमारा अंतिम लक्ष्य ओलंपिक है और हमें अपने वर्तमान प्रदर्शन का मूल्यांकन करने और आगे की योजना बनाने में यह प्रतियोगिता मदद करेगी. हमारे क्लाइंबर उत्साहित हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए बेताब हैं. इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन के प्रेसिडेंट ब्रिगेडियर अहोक अभय ने कहा कि वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए सर्वश्रेष्ठ युवा एथलीटों को भेजकर हमें खुशी और गर्व हो रहा है. आईएमएफ में सभी की ओर से मैं टाटा स्टील और टीएसएएफ को भारत में स्पोर्ट्स क्लाइबिंग के सहयोग में इतनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद देना चाहता है. टीएसएएफ और टाटा ट्रस्ट के माध्यम से टाटा समूह भारत में स्पोर्ट क्लाइिंबंग के विकास में अग्रणी रहा है. (नीचे पूरी रिपोर्ट पढ़ें)

इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन का पहला वॉल 1994 में टाटा स्टील द्वारा प्रायोजित किया गया था और इसे ’जेआरडी टाटा वॉल’ नाम दिया गया था. भारत में एक निजी क्लब द्वारा आयोजित क्लाइंबिंग के दो वर्ल्ड कप टाटा ट्रस्ट द्वारा प्रायोजित थे. टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन क्लाइंबिंग सेंटर 2014 में स्थापित किया गया था और तब से यह खेल को बढ़ावा देने और युवा प्रतिभाओं को पोषित करने के लिए भारत में उपलब्ध सर्वोत्तम सुविधाओं में से एक के रूप में विकसित हुआ है. टीएसएएफ प्रशिक्षण, पोषण, आवास और शिक्षा प्रदान कर कई वंचित बच्चों को तैयार करने में भी मदद रहा है. दिसंबर 2019 में, टीएसएएफ ने ’टाटा स्टील स्पोर्ट क्लाइम्बिंग चैंपियनशिप’ शुरू किया था, जो 6 से 16 वर्ष के आयु वर्ग के युवा क्लाइंबरों के लिए तीन दिवसीय खुली प्रतियोगिता थी. टीएसएएफ ने तब से इस चैंपियनशिप को भारत का एक प्रमुख वार्षिक क्लाइंबिंग प्रोग्राम बना दिया है, जो आने वाले समय में देश के युवाओं के लिए नया और उभरता हुआ अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन का रूप लेगा. यह वार्षिक खेल आयोजन न केवल बड़े पैमाने पर समुदाय को शामिल करने और भारत में क्लाइंबिंग को व्यापक रूप से अपनाने के लिए मंच के रूप में काम करेगा, बल्कि खेल की पहुंच बढ़ाने में संस्थानों और स्टेकहोल्डरों का एक नेटवर्क भी बनाएगा. (नीचे पूरी रिपोर्ट पढ़ें)

टीम का नाम : इंडियन स्पोर्ट क्लाइंबिंग टीम
यूथ ए
o वर्मा अमन वर्मा
o मनु जी
o अनीशा वर्मा
यूथ बी
o जोगा पूर्ति
o विदुला अभाले
o सूरज सिंह
o रोनित बानरा
टीम मैनेजर : हेमंत गुप्ता
टीम कोच : बिभास रॉय
आईएमएफ प्रतिनिधि : देबराज दत्ता

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