जमशेदपुर : अरका जैन यूनिवर्सिटी एवं यंग इंडिया जमशेदपुर चैप्टर के संयुक्त तत्वावधान में मादक द्रव्यों से छुटकारा एवं हेल्थी कैंपस के सन्दर्भ में एक जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया जिसमें सीआईएसएफ के वरिष्ठ कमांडेंट एवं नारकोटिक्स ब्यूरो ऑफ़ इंडिया के पूर्व जोनल डायरेक्टर हरि ओम गांधी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उक्त कार्यक्रम में हरि ओम गांधी, कुलपति प्रो एसएस रज़ी, निदेशक अमित श्रीवास्तव, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ अंगद तिवारी, सीआईआई-यंग इंडियान-युवा के प्रतिनिधि राहुल पसारी, राजीव शुक्ल व पुलकित झुनझुनवाला, कार्यक्रम समन्वयक डॉ संतोष सिंह, डॉ रूपा सरकार एवं आकाश कुमार भगत ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। ड्रग एब्यूज पर वक्तव्यों के अलावा नशाख़ोरी के नुकसान पर डॉ रूपा सरकार के निर्देशन में छात्रों के द्वारा एक नुक्कड़ नाटक का भी मंचन किया गया। (नीचे भी पढ़ें)
हरि ओम गांधी ने कहा कि मादक द्रव्य आम तौर पर अवैध दवाएँ हैं जो किसी व्यक्ति की मनोदशा और व्यवहार को प्रभावित करती हैं। मादक द्रव्यों का सेवन मस्तिष्क पर आनंददायक प्रभाव उत्पन्न करने के उद्देश्य से कुछ रसायनों के उपयोग को संदर्भित करता है। उन्होंने छात्रों को किसी भी बहकावे में आने से बचने को कहा एवं पकड़े जाने पर क़ानूनी कार्रवाई की भी जानकारी दी। एक अनुमान के अनुसार भारत में लगभग 70 लाख लोग नशे की लत के शिकार है जिन्हें समाज की मुख्यधारा में लौटाने की आवश्यकता है। प्रो (डॉ) एस एस रज़ी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षो से भारत में नशे के लिए ड्रग्स और मादक दवाओं का उपयोग बढ़ता ही जा रहा है एवं इसने एक विकराल समस्या का रूप ले लिया है। सभा में स्वागत भाषण देते हुए डॉ संतोष सिंह ने कहा कि नशे का सेवन करने वाले व्यक्ति न केवल व्यक्तिगत रूप से प्रभावित होते है बल्कि इससे उसका पूरा परिवार तथा समाज प्रभावित होता है। कार्यक्रम का सञ्चालन सतप्रीत कौर एवं अर्चना ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापक आकाश भगत ने दिया।