जमशेदपुर : अरका जैन विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई की ओर से भारत सरकार द्वारा आज़ादी के अमृत वर्ष आयोजन के दिशा निर्देशानुसार नृत्य, गान और कविता के प्रतियोगात्मक कार्यक्रम आयोजित किये गये. विद्यार्थियों ने तीनों ही विधाओं में काफी उत्साह के साथ भागीदारी निभाई. कार्यक्रम में एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशक पियूष परांजपे और राज्य एनएसएस अधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार उपस्थित थे. इस अवसर पर कुलपति प्रो एसएस रज़ी ने कहा कि राष्ट्रभक्ति की भावना को प्रदर्शित करने के लिए किसी खास दिन की ज़रूरत नहीं है, अपितु सदा-सर्वदा देश के प्रति ईमानदार रहना चाहिए. निदेशक अमित श्रीवास्तव ने कहा कि एनएसएस के कार्यक्रमों से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होता है और उन्हें इससे जुड़े रहना चाहिए. (नीचे भी पढ़ें)
छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ अंगद तिवारी ने राष्ट्र की महत्ता को दिनकर की कविताओं के सहारे स्पष्ट किया और कहा कि देश की सुरक्षा और सांस्कृतिक अक्षुण्णता के लिए हमें सदा तत्पर रहना चाहिए। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक पारस नाथ मिश्र ने स्वागत भाषण करते हुए कहा कि सभी नागरिकों के लिए राष्ट्र सर्वोपरि होना चाहिए। ऐसी भावना रखने पर राष्ट्र के विकास को किसी भी तरह रोका नहीं जा सकता है। इस अवसर पर देशभक्ति आधारित कविताओं, गीतों और नृत्य प्रस्तुतियों से सभागार में राष्ट्रवंदन का प्रबल भाव जागृत रहा। कार्यक्रम का संचालन अदिति और पूनम तथा धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी डॉ मनोज पाठक ने किया। कार्यक्रम में एनएसएस के प्रोग्राम ऑफिसर राजीव सिन्हा, सभी डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित थे।