
जमशेदपुर : अरका जैन यूनिवर्सिटी के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग के लक्ष्य सीरीज के तहत “रोबोटिक्स एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में रोजगार की संभावनाएं” विषय पर एक एक्सपर्ट टॉक आयोजित किया गया. विभाग के डीन हिमांशु सिन्हा ने बताया कि विषय के एक्सपर्ट के तौर पर रोबोट मैन ऑफ इंडिया कहे जाने वाले, यंगोवेटर कंपनी के सीईओ सह संस्थापक मुदित ठक्कर ने विश्वविद्यालय के छात्रों का इस फील्ड में असीमित रोजगार संभावनाओं से परिचित कराया और विद्यार्थीगण रोबोटिक्स तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की रोमांचक दुनिया से अवगत हुए. मुदित ठक्कर ने बताया कि आज के युवा चाहे वो इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से न भी हों फिर भी इन क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं बस जरूरत है सक्षम ट्रेनिंग की. उन्होंने कैसे कम से कम समय और न्यूनतम लागत से विभिन्न प्रकार के रोबोट बनाना संभव है के सम्बन्ध में विस्तार से बताया. उन्होंने अपने बनाए कुछ रोबोट भी अपने व्याख्यान के दौरान प्रदर्शित किए, जिन्हे देखना सबके लिए रोमांचकारी था. (नीचे भी पढ़ें)

उक्त व्याख्यान में इस बात पर चर्चा हुई कि रोबोट टेक्नोलॉजी को लेकर अब तक जापान और चीन के भरोसे रहने वाला भारत बीते एक दशक में इस टेक्नोलॉजी को लेकर आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है. स्थिति यह है कि भारत द्वारा अब इस टेक्नोलॉजी का उपयोग करके कई देशों में रोबोट का एक्सपोर्ट भी किया जा रहा है. इतना ही नहीं मेक इन इंडिया के तहत तैयार किए गए तरह तरह के रोबोट अब रिटेल बिजनेस, ई-कॉमर्स, वेयरहाउसिंग, कुरियर, मल्टीस्टोर फूड एंड ब्रेवरीज एवं चिकित्सा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं जिसमें मैन पावर कम लगने के साथ कार्य क्षमता में कई गुना वृद्धि हो चुकी है. इतना ही नहीं अब रोबोट को इंसानों की तरह काम करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से अपग्रेड किया जा रहा है. प्लेसमेंट विभाग कार्यकारी ज़ेबा बख़्तियार ने कहा कि रोबोटिक्स और आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में कौशल विकसित करके छात्रों की रोज़गारपरक क्षमता में वृद्धि होगी. कुलसचिव अमित श्रीवास्तव ने इसे एक अद्भुत अवसर बताया जिससे छात्र लेटेस्ट तकनीकी क्षेत्र में करियर बनाने का मौका पा सकते हैं और स्थायी रोज़गार हासिल कर सकते हैं. कार्यक्रम में विश्वविद्यालय कुलपति डॉ एसएस रज़ी, डीन स्टूडेंट वेलफेयर सह कैंपस डायरेक्टर डॉ अंगद तिवारी तथा फैकल्टी कोऑर्डिनेटर की भी उपस्थिति रही.