जमशेदपुर : यदि छात्र प्रॉब्लम सॉल्विंग स्पीड अच्छी रखें तो हर कंपटीशन चाहे वह जॉब पाने के लिए हो या हायर एजुकेशन के लिए हो टॉप रैंकर्स होंगे. इसलिए ग्रेजुएशन करने के दौरान आप सभी शॉर्टकट मेथड, फास्ट कैलकुलेशन, स्ट्रांग हर्बल एबिलिटी और अल्टीमेट कंसंट्रेशन के साथ काम करने का अभ्यास रखें तो आपको हाई सैलेरी पैकेज मिलना तय है. ये बातें हिमाचल के प्रसिद्ध शिक्षाविद डॉ नील ने जीआईआईटी प्रोफेशनल कॉलेज द्वारा आयोजित फास्टेस्ट फिंगर प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि कहीं ज्ञातव्य हो कि जीआईआईटी मे पिछले 15 दिनों से कॉन्पिटिटिव एग्जामिनेशन को ध्यान में रखकर बीएससी आईटी बीसीए बीबीए और बीकॉम के छात्रों के लिए स्पीड बिल्डर ट्रेनिंग को दी जा रही है और उनके स्पीड को मेजर करने के लिए फास्टेस्ट फिंगर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.
इस प्रतियोगिता में रिजु घोष ने 25 सेकंड में 10 कंपलेक्स कैलकुलेशन को 100% कुरेशी के साथ कर प्रथम स्थान प्राप्त किया. अन्य विजेताओं के नाम – निधि कुमारी प्रणव श्रीवास्तव, सुप्रिया मिश्रा, जीशान अफताब, अनुराग प्रसाद, प्रशांत श्रीवास्तव , कृष्णा प्रिया, दीपिका रॉय, नेहा नायक. इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर ओम प्रकाश ने कहा कि जीआईआईटी के छात्र स्पीड बिल्डर, रिटेंशन, वर्बल एबिलिटी और स्मार्ट वर्क ट्रेनिंग से कॉन्पिटिटिव एग्जामिनेशन में सदैव अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि सही ट्रेनिंग से छात्र 400 से 500 प्रतिशत प्रॉब्लम सॉल्व करने की स्पीड बढ़ा सकते हैं.