रांची : इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड मैनेजमेंट रांची के अन्तर्गत कार्यरत इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउन्सिल द्वारा मंगलवार को परिसर में “एक सफल स्टार्टअप फाउंडर की सफल कहानी” पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता मनीष पीयूष, स्टार्टअप फाउंडर मेसर्स प्युरेश डेली प्राइवेट लिमिटेड रांची ने अपनी शैक्षणिक जीवन से लेकर एक सफल स्टार्टअप उद्यमी बनने के विभिन्न कारकों को विस्तृत रूप से छात्र-छात्राओं को बताया और अभिप्रेरित किया. उन्होंने ने कहा कि हर प्रतिकूल परिस्थिति को एक अवसर के रूप में पहचान करनी चाहिए. इस अवसर को उद्यमशीलता के माध्यम से नए उत्पाद व सेवा का निर्माण करके लोगों की समस्या को दूर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि छात्र -छात्राओं को शिक्षा ग्रहण के साथ-साथ सामाजिक और पेशेवर क्रिया-कलापों में भी शामिल होना चाहिए. इन्हें छोटे-छोटे प्रोजेक्ट्स पर कार्य करना चाहिए. (नीचे भी पढ़ें)
इस आदत से भविष्य में बड़े प्रोजेक्ट्स पर कार्य करने की आदत बनेगी. कार्यों को पूरी लगन, अनुशासन, समर्पण और पूरी उत्साह के साथ परिपूर्ण करना चाहिए. इस अवसर पर निदेशक डॉ गंगा प्रसाद सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि सम्पूर्ण सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए अधिकतम छात्र-छात्राओं को नवविचारों के साथ उद्यशीलता के क्षेत्र में अपना भविष्य सुनिश्चित करना चाहिए. उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा इनोवेशन और स्टार्टअप पर हैंड-होल्डिंग सपोर्ट दिया जा रहा है. संस्थान के प्रभारी प्रोफेसर डॉ सुशील कुमार ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के दिशा-निर्देश के अन्तर्गत “इनोवेशन एंड स्टार्टअप पॉलिसी 2020” तैयार किया गया है. संस्थान में “फूड टेकनोलॉजी इंक्यूबेशन सेंटर” कार्यरत है जहां छात्र-छात्राएं अपने नए आइडियास को उत्पाद में परिवर्तित करने का कार्य करते है. स्वागत भाषण में अनिमेष सरकार, सहायक प्राध्यापक ने कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम में सहायक प्राध्यापक अध्यापक रुचि मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापन दिया. कार्यक्रम में अन्य प्राध्यापक एवं सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित थें. कार्यक्रम का समन्वयन का कार्य छात्र आर्य छेत्री एवं श्रृद्धा मेहता ने किया.