जमशेदपुर : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज इकाई की ओर से जमशेदपुर के मानगो स्थित शहीद खुदीराम बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. इस दौरान भारत माता की जय और खुदीराम बोस अमर रहें के नारे से पूरा शहीद स्मारक गूंज उठा. इस अवसर पर परिषद के बापन घोष, शुभम राज, विकास गिरि, युवराज, विशाल, गुरुचरण, राहुल, अजय, अभिषेक, प्रिंस समेत अन्य उपस्थित थे। (नीचे भी पढ़ें)
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बापन घोष ने कहा कि खुदिराम बोस हम सभी युवाओं के लिये प्रेरणा हैं. उनके बलिदान को एक दिन नहीं सदैव याद करना चाहिए और अग्निशिशु शहीद खुदीराम बोस पहले ऐसे क्रांतिकारी थे जो सबसे कम उम्र में फांसी पर चढ़ा दिए गए. महज 18 साल की उम्र में उन्हें फांसी दे दी गई थी. खुदीराम बोस का जन्म 3 दिसंबर 1889 को बंगाल के मिदनापुर जिले के गांव हबीबपुर में हुआ था. बालक खुदीराम के मन में भारत को आजाद कराने की लगन थी. इसलिए नौवीं कक्षा में उन्होंने स्कूल की पढ़ाई छोड़ दी और स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े. आजादी की लड़ाई के दौरान वे वंदेमातरम के पर्चे बांटा करते थे. हम सभी छात्र और युवा वर्ग को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और उनकी तरह भारत मां की सेवा करनी चाहिए.