चाकुलिया : चाकुलिया प्रखंड कार्यालय से महज छह किमी दूर प्रखंड की भातकुंडा पंचायत के भातकुंडा उत्क्रमित मध्य विद्यालय में नामांकित 90 विद्यार्थीयों के बीच इन दिनों पेयजल की घोर समस्या व्याप्त है. विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक जयंत महतो ने बताया कि विद्यालय में कक्षा 1 से 8वीं तक पढ़ाई होती है. विद्यालय में कुल 90 विद्यार्थी नामांकित है. उन्होंने कहा कि विद्यालय में वर्षो पूर्व एक कुआं का निर्माण किया गया था जो फिलहाल गर्मी में सुख गया है. श्री महतो ने कहा कि कुआं में पानी नहीं होने के कारण विद्यालय के बच्चें पीने के लिए पानी अपने घर से बोतल लेकर आते हैं. बताया कि मीड डे मील का निर्माण रसोईयां गांव से पानी ढोहकर विद्यालय लाती है और मीड डे मील बनाती हैं. सभी बच्चे भोजन करने के बाद बर्तन धोने के लीए गांव जाते हैं. (नीचे भी पढ़ें)
उन्होंने कहा कि विद्यालय सड़क से सटा होने के कारण अक्सर दुर्घटना की आंशका बनी रहती है ऐसे में बच्चों को विद्यालय से बाहर भेजने में काफी जोखिम भरा रहता है. कहा कि मजबुरण बच्चों को बर्तन धोने के लिए गांव भेजना पड़ता है. उन्होंने कहा कि विद्यालय में पर्याप्त पानी होने से विद्यालय में बच्चों के लिए निर्मित हैंड वास युनिट भी बेकार साबित हो रहा है. उन्होंने कहा कि विद्यालय में चापाकल लगाने या कुआं की मरम्मत करने के लिए कई बार विभाग के पदाधिकारी को लिखित देकर मांग की गई है परंतु अब तक पहल नहीं किया गया है जिससे बच्चें पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. (नीचे भी पढ़ें)
पारा शिक्षक के भरोसे संचालित है विद्यालय- भातकुंडा उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पठन-पाठन पारा शिक्षक के भरोसे ही संचालित है. विद्यालय में एक भी सरकारी शिक्षक नही है. विद्यालय में कक्षा 1 से 8 वी तक की पढ़ाई होती है. विद्यालय में नामांकित 90 विद्यार्थीयों का पठन-पाठन पारा शिक्षक पर ही निर्भर है. विद्यालय में पारा शिक्षक जयंत महतो, हेमंत महतो और निरूपमा होता के भरोसे पठन-पाठन हो रहा है.