अन्नी अमृता / जमशेदपुर : आज जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी अस्तित्व में आ गयी. यूनिवर्सिटी की पहली कुलपति (वीसी) डॉ अंज़िला गुप्ता ने बुधवार को अपना कार्यभार संभाल लिया. इससे पहले छात्राओं और पूरे स्टाफ ने उनका ज़ोरदार स्वागत किया. डॉ अंज़िला गुप्ता इग्नू, दिल्ली में प्रोफेसर हैं और उससे पहले छत्तीसगढ़ के गुरू घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी की वीसी रह चुकी हैं. (नीचे भी पढ़ें व वीडियो देखें)
कार्यभार संभालने के बाद शार्प भारत से खास बातचीत में नवनियुक्त वीसी ने कहा कि उनकी पूरी कोशिश होगी कि वीमेंस यूनिवर्सिटी को एक नये मुकाम तक पहुंचाएं. उन्होंने कहा कि सबसे पहले इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाएगा. (नीचे भी पढ़ें व वीडियो देखें)
रोबोटिक साइंस समेत अन्य नए विषय लाए जाएंगे जो रोजगारपरक होंगे. प्लेसमेंट सेल को और मजबूत करते हुए ज्यादा से ज्यादा संख्या में छात्राओं को स्थानीय रोजगार से जोड़ा जाएगा. शिक्षकों की कमी की जानकारी मिली है, जिसे दूर करने की भरपूर कोशिश होगी. (नीचे भी पढ़ें व वीडियो देखें)
गुरू घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में विभिन्न आरोपों से घिरे रहने के सवाल पर डॉ अंजिला गुप्ता ने खुलकर बात की. भवन निर्माण के घोटाले के आरोपों पर कहा कि उसकी एक प्रक्रिया होती है और उसमें घोटाले का सवाल ही नहीं, हां सरकार, मंत्रालय से यूनिवर्सिटी के विकास कार्यों के लिए पैसा निकालवाना पड़ता है और उसके लिए कोशिश में वह कभी पीछे नहीं हटीं. (नीचे भी पढ़ें व वीडियो देखें)
उन्होंने कहा कि जो काम करता है उस पर ही आरोप लगते हैं, निष्क्रिय को कोई कुछ नहीं कहता. आरएसएस प्रो होने के आरोप के संबंध में उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी नियम-कानून से चलती है न कि राजनीति से. कैंपस में राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है. (नीचे वीडियो देखें)