जमशेदपुर : जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज की एनएसएस इकाई व शिक्षिकाओ के द्वारा कॉलेज में छात्राओं के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसका विषय था-मासिक धर्म के कारण समस्या तथा निदान. इसके अंतर्गत महिलाओं में होने वाली समस्याओं के बारे में इतिहास विभाग की प्रोफेसर डॉ पुष्पा तिवारी ने विस्तार पूर्वक बताया. उन्होंने कहा कि माहवारी के समय या इसके पहले पेट दर्द, सिर दर्द, पीठ दर्द, शारीरिक कमजोरी महसूस होती है. कभी-कभी दर्द असहनीय भी होता है तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. हमेशा शारीरिक साफ-सफाई पर ध्यान देना चाहिए. इस समय इंफेक्शन के अधिक चांस होते हैं. इसलिए सेनेटरी पैड का भी उपयोग करना चाहिए. इंग्लिश की प्रोफेसर डॉ प्रीति बाला सिन्हा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए. साग-सब्जियों का सेवन करना चाहिए तथा इसके साथ ही आयरन मिलने वाले फलों तथा सब्जियों का इस्तेमाल करना चाहिए. (नीचे भी पढ़ें)
संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ लाडली कुमारी ने कहा कि योगा तथा एक्सरसाइज भी करना चाहिए. जिससे शारीरिक दर्द कम हो सके. योगा के कुछ आसन होते हैं यह महामारी के समय उपयोगी होते हैं. इसके पश्चात हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ सुनीता गुड़िया ने महामारी में अधिक रक्त स्राव होने पर होने वाली बीमारियों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया. छात्राओं को सेनिटरी पैड उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्हें महामारी के समय शरीर की साफ-सफाई पर ध्यान देने को कहा. छात्राओं के लिए कॉलेज के स्टोर से सेनेटरी पैड देने का प्रावधान है. इसके बारे में भी जानकारी दी गई, ताकि छात्राओं को जब कभी इसकी आवश्यकता हो इसका उपयोग कर सकें. छात्राओं के बीच यह जागरूकता लायी गयी कि सभी महामारी को एक प्राकृतिक उपहार समझें, इससे डरें नहीं, बल्कि कुछ भी समस्या होने पर महिला डॉक्टर से परामर्श लें. कार्यक्रम का संचालन एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर पीएस लिंडा तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुनीता गुड़िया ने किया.