रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घोषणा की है कि विदेशों में पढ़ने के इच्छुक बच्चों को स्कॉलरशिप झारखंड सरकार देगी. इसकी शुरुआत बहुत जल्द की जायेगी. इसकी तैयारी अंतिम चरण में है ताकि बच्चों को विदेश में पढ़ाई करने का मौका मिल सके. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची के प्रोजेक्ट भवन में आयोजित मेधावी छात्रों और स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए कहीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि बैंक जिन बच्चों की मदद नहीं करता, उनकी मदद सरकार करेगी. उन्होंने बताया कि बच्चों को पुरस्कृत करने की योजना काफी बेहतर है ताकि बच्चों का भविष्य पर इसका प्रतिकूल असर नहीं पड़ सके. कोरोना के कारण पुरस्कार का वितरण देर से हो रही है, लेकिन अब इसको समय पर करने की योजना होगी. उन्होंने बताया कि झारखंड का गौरव नेतरहाट स्कूल है, जहां से दो हजार से अधिक आइएएस और आइपीएस निकले है. जो स्कूल बेहतर है, उस स्कूल को और बेहतर बनाया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण छात्रों की पढ़ाई पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है. ऐसे में बच्चे घर में कैद है. इसको देखते हुए शिक्षकों और स्कूल मैनेजमेंट को चाहिए कि बेहतर माहौल में उनको पढ़ाया जाये ताकि उनका कोर्स भी कंप्लीट किया जा सके. इस दौरान राज्य के मंत्री बन्ना गुप्ता भी मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान झारखंड के सीबीएसइ और आइसीएसइ के अलावा झारखंड एकेडमिक काउंसिल के छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया, जिसके तहत प्रथम स्थान पाने वाले को एक लाख रुपये, दूसरे स्थान वाले को 75 हजार और तीसरा स्थान हासिल करने वाले को 50 हजार रुपये दिया गया.इस अवसर पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त केके खंडेलवाल, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राहुल शर्मा, परियोजना निदेशक झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद शैलेश कुमार चौरसिया, निदेशक माध्यमिक शिक्षा जटाशंकर चौधरी सहित संबंधित विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं विभिन्न स्कूलों के प्रधानाध्यापक/अध्यापक/ स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं सम्मानित हुए छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे.
जमशेदपुर की नंदिता को भी मिला सम्मान, मां दूसरे घरों के बर्तन धोकर बेटी की पढ़ाई करायी
जमशेदपुर के छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया. इसके तहत जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की छात्रा नंदिता हरपाल को पुरस्कार दिया गया. नंदिता इंटर आटर्स में स्टेट टॉपर थी. उनको एक लाख रुपये मिले. नंदिता की मां रश्मि हरपाल दूसरे के घरों में बर्तन धोती है जबकि पिता राजेश हरपाल दर्जी का काम करते है. दोनों की कमाई से घर चलता है. नंदिता की छोटी बहन नंदिनी और भाई नवीन हरपाल है, जो डीबीएमएस कदमा में पढ़ाई करता है. नंदिता भी ट्यूशन पढ़ाती है. वैसे पुरस्कार पाने वालों में जमशेदपुर के आठ स्टेट टॉपर शामिल है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल की परीक्षा में नंदिता हरपाल टॉपर हुई थी, जो अभी जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के लिए एडमिशन लिया था, लेकिन बाद में उसका चयन दिल्ली विश्वविद्यालय के लिए हुआ, जिसके बाद वे दिल्ली विश्वविद्यालय चली गयी, जहां उन्होंने पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स लेकर पढ़ाई कर रही है. वह यूपीएससी का भी तैयारी कर रही है. इसी तरह जैक इंटर आटर्स में तीसरा स्टेट टॉपर सुजाता कुमारी को भी पुरस्कृत किया गया, जिसके पिता टाटा पावर के ठेकाकर्मी है. सुजाता बीपीएम हाइ स्कूल की छात्रा है. कांवेंट स्कूल की छात्रा अद्रिका घोष को भी यह अवार्ड मिला है. जमशेदपुर में अवार्ड पाने वालों में 83 अंक हासिल करने वाली जैक बोर्ड की नंदिता हपाल, जैक बोर्ड की ही 83 अंक हासिल करने वाली बीपीएम स्कूल बर्मामाइंस की सुजाता कुमारी, डीएवी बिष्टुपुर की प्रेरणा सिंह 98.40 फीसदी अंक हासिल कर सीबीएसइ में टॉपर रही थी, जिसको सम्मानित किया गया. इसके अलावा सम्मान पाने वालों में आइसीएसइ बोर्ड से सोनारी कारमेल जूनियर कॉलेज की ऐश्वर्या सैम 99.06 अंक, साकची राजेंद्र विद्यालय के आयुष कुमार 99 फीसदी अंक, डीएवी बिष्टुपुर के हार्दिक अग्रवाल को 98.40 फीसदी अंक सीबीएसइ में और कांवेंट की अद्रिका घोष को 99.40 अंक हासिल करने के लिए यह सम्मान दिया गया.