जमशेदपुर : आज को इंटरनेट पर सूचनाओं औऱ खबरों की भरमार है. क्या सही और क्या गलत है ये समझना मुश्किल हो चला है. खासकर सोशल मीडिया के जमाने में कोई कुछ भी परोस रहा है. ऐसे में हम कैसे सूचनाओं को लेकर भ्रमित होने से बचें इसको लेकर गुरूवार को करीम सिटी कॉलेज के मास कम्युनिकेशन विभाग में फैक्टशाला कार्यशाला का आयोजन किया गया. गूगल इनिशिएटिव के सहयोग से इस कार्यक्रम को डेटालीड संस्था की ओर से संचालित किया गया जिसके तहत ट्रेनर अंतरा बोस ने छात्र-छात्राओं को भ्रामक खबरों-सूचनाओं के प्रति आगाह करते हुए उन्हें जागरूक किया. अंतरा बोस ने सोशल मीडिया पर आनेवाले मैसेज को परखने और सत्यापन के लिए कई चीजों की जानकारी दी. (नीचे भी पढ़ें)
साथ ही अनजान मेबाइल नंबरों से आनेवाली सूचनाओं को लेकर सावधान रहने की सलाह दी. अंतरा बोस ने कहा कि सोशल मीडिया पर आ रही हर सूचना या खबर को आंख मूंद कर भरोसा करना खतरनाक हो सकता है. सूचनाओं के प्रवाह के बीच प्रत्येक सूचना को सत्यापित करना कठिन है लेकिन जहां तक हो सकें जिन सूचनाओं से सरोकार है उसकी तह में जाकर सत्यापित करके ही उस पर भरोसा करना उचित होगा. (नीचे भी पढ़ें)
ट्रेनर अंतरा बोस ने छात्र-छात्राओं को क्रिटिकल थिकिंग और फैक्ट चेकिंग टूल्स की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि किसी भी सूचना को तुरंत फॉरवर्ड न करें, इससे भ्रामक सूचनाओं के फैलने का अंदेशा रहता है. कार्यक्रम में मास कम्युनिकेशन विभाग की विभागाध्यक्ष नेहा तिवारी, सैयद साजिद परवेज समेत अन्य शिक्षक शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं मौजूद थे. अंत में प्रश्नोत्तरी सत्र का आयोजन हुआ जिसमें छात्र-छात्राओं ने अंतरा बोस से सवाल पूछे.