जमशेदपुर : आजसू छात्र संघ के कोल्हान अध्यक्ष हेमन्त पाठक के नेतृत्व में शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल वर्कर्स कॉलेज प्राचार्य प्रो एसपी महालिक से मिला और उन्हें कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति के नाम एक मांग पत्र सौंपा. इस दौरान हेमंत पाठक ने कहा कि कोल्हान यूनिवर्सिटी के द्वारा अनुसूचित जाति / जनजाति कैटेगरी की छात्राओं का आर्थिक शोषण किया जा रहा है. संघ इसके विरुद्ध आंदोलन करेगा. (नीचे भी पढ़ें)
बता दें कि शैक्षणिक सत्र 2020-2022 के लिए पीजी में छात्रों का नामांकन चांसलर पोर्टल के माध्यम से हो रहा है, जिसमें जेनरल कैटेगरी की छात्राओं से नामांकन फीस 538 रुपय लिया जा रहा है, और एसटी, एससी छात्राओं से 758 रुपय लिए जा रहे हैं. हेमंत पाठक ने कहा कि यह नियमतः गलत है. क्योंकि छात्राओं का ट्यूशन फीस नहीं लगता है, चाहे तो जेनरल / एसटी / एससी / ओबीसी हो. लेकिन यूनिवर्सिटी के कुलपति ओर डीएसडब्लू का कहना है कि जिन एसटी / एससी छात्राओं से जो पैसा ज्यादा लिया जा रहा है वह राशि उनकी छात्रवृति के साथ वापस कर दी जाएगी। हेमंत पाठक ने बताया कि जब सारी छात्राओं का ट्यूशन फीस नही लगता है तो फिर एस टी / एस सी से पैसा लेना गलत है क्योंकि लाभुकों में से करीब 40 प्रतिशत छात्राएं छात्रवृति के फॉर्म भर नही पाती है और जो लोग भर भी देते है तो उनमें से भी बहुतों का छात्रवृति का रकम नही मिल पाता है इस दशा में किस तरह छात्राओं का पैसा वापस किया जाएगा यह समझ से परे है. (नीचे भी पढ़ें)
हेमंत ने कहा कि पहली बार इस तरह का मामला यूनिवर्सिटी से आया है बाकी किसी भी यूनिवर्सिटी में यह प्रावधान नहीं है. सारे वर्ग के छात्राओं का ट्यूशन फीस माफ किया जाता है परंतु एस टी / एस सी छात्रों से ट्यूशन फीस लेना गलत परंपरा की शुरुआत है. सरकार के द्वारा ऐसा कोई नोटिस है तो यूनिवर्सिटी को पहले यह सार्वजनिक करना चाहिए था ताकि छात्रों में से शंसय न हो। इस तरह का आर्थिक शोषण आजसू छात्र संघ बर्दाश्त नहीं करेगा ओर कुलपति के खिलाफ आजसू छात्र संघ आंदोलन करेगा. संघ ने मांग की कि जल्द से जल्द इस मामले को कुलपति सुलझायें. इस दौरान राजेश महतो, विकास रजक, साहेब बागति, संजय सेन इत्यादि उपस्थित थे.