चाईबासा : मझगांव प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय, आसनपाठ से आठवीं बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थियों को पंचायत भवन सभागार में सामाजिक दूरी बनाकर और मास्क का उपयोग करते हुए एक कार्यक्रम आयोजित कर विदाई दी गई। इसमें विद्यालय के 24 सफल विद्यार्थियों को बीईईओ शेख शकील अहमद ने अंक पत्र प्रदान किया। ज्ञात हो कि आठवीं बोर्ड परीक्षा में मध्य विद्यालय आसनपाठ का परीक्षाफल शत-प्रतिशत रहा। जिसमें 22 विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी में और 2 विद्यार्थी द्वितीय श्रेणी के अंक हासिल किया। मौके पर बीईईओ शेख शकील अहमद ने कहा कि क्षेत्र के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं को भी आसनपाठ मध्य विद्यालय की भांति अपनी शिक्षण क्षमता का उपयोग करना चाहिए।कहा कि शिक्षण क्षमता का उपयोग पूरे लगन एवं सुनियोजित तरीके से करने से परिणाम बेहतर ही आता है,मध्य विद्यालय आसनपाठ इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की कमी हर जगह है। इस समस्या को लेकर शिक्षण कार्य में नकारात्मक प्रभाव को हावी होने नहीं देना है,बल्कि अभाव में भी अपनी क्षमता को निखार कर उदाहरण बनने का प्रयास हर शिक्षक करे।
इस अवसर पर बच्चों ने लॉकडाउन के दौरान विज्ञान शिक्षक विमल किशोर बोयपाई एवं विद्यालय प्रबंधन समिति व अभिभावकों द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई में सिखायी गई चीजों की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रस्तुति दी। जिसमें गणितीय गतिविधियां,अंग्रेजी शिक्षा,व्यायाम,कराटे, गुलदस्ते बनाना,नृत्य आदि शामिल हैं।ज्ञात हो कि विज्ञान शिक्षक विमल किशोर बोयपाई की अगुवाई में पूरे लॉकडाउन के दौरान पेड़ के नीचे शारीरिक दूरी बनाकर लेपटॉप व प्रोजेक्टर का उपयोग करते हुए बच्चों को पढ़ाया जाता है।बोयपाई ने कहा कि समुदाय के सहयोग से सामान्य दिनों में भी बच्चों का विशेष कक्षाएं चलायी जाती है। जिसमें खैरपाल के प्रस्तावित उच्च विद्यालय के वरीय शिक्षक सुरेश सिंकू का महत्वपूर्ण योगदान रहता है।
इस अवसर पर लॉउनडाउन में बच्चों की शिक्षा को लेकर सहयोग कर रहे विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सुरेश सिंकु और अभिभावक विवेक सिंकु को बीईईओ के हाथों सम्मानित किया गया। मौके पर बीपीओ अरुण विश्वकर्मा ने कहा कि आसनपाठ मध्य विद्यालय बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है। इसीलिए इसकी सफलता की कहानी जिले स्तर से राज्य शिक्षा परियोजना को भेजी गई। चूंकि यह विद्यालय राज्य से भेजी जा रही डीजी-साथ की शिक्षण-सामग्री बच्चों के बीच प्रसारित करने में बेहतर प्रदर्शन किया है।
अतिथि के रूप में मौजूद सदर प्रखंड के शिक्षक और हो भाषा के राज्य साधनसेवी कृष्णा देवगम ने कहा कि हम शिक्षक शिक्षिकाओं की दृढ़ इच्छाशक्ति के सामने कम संसाधन भी सफलता हासिल करने से रोक नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे पास जितनी क्षमता है उसी का भरसक उपयोग बच्चों के मार्गदर्शन करने में करें तो अवश्य ही आशातीत परिणाम देखने को मिलेगा।कहा कि यह नहीं भूलना चाहिए हमें राष्ट्र निर्माता कहा जाता है।इसीलिए पूरी जिम्मेदारी से बच्चों की सर्वांगीण विकास के लिए काम करना चाहिए ताकि बच्चे नैतिक गुणों से परिपूर्ण होकर समाज व देश का सच्चा सेवक बनने के काबिल बने। इस अवसर पर शिक्षक विमल किशोर बोयपाई द्वारा कार्यक्रम में शामिल अतिथियों को मास्क भेंट किया। इससे पूर्व कार्यक्रम के आरंभ में बाल संसद के बाल मंत्रियों द्वारा पुष्प गुच्छ भेंटकर अतिथियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर बीपीओ बलराज कपूर, सीआरपी नारायण प्रधान, अजय कुमार, बुलंद कुमार पुरती, सतीश प्रधान, अश्विनी कुमार, भीष्मदेव महतो, शोभा कुमारी, चिरंजीवी बेहरा, भवेशचन्द्र गोंड आदि उपस्थित थे।